RANCHI: दो युवकों को पेट में दर्द था. वह इलाज के लिए हॉस्पिटल गए. इस दौरान सरकारी डॉक्टर ने चेक किया और दोनों युवकों को प्रेग्नेंट महिलाओं के होने वाले जांच एएनसी लिख दी. यह जांच प्रेग्नेंट महिलाओं के पेट में पल रहे बचे की स्थिति जानने के लिए किया जाता है. यह मामला चतरा के सिमरिया रेफरल हॉस्पिटल का है.
दोनों युवकों ने शर्म से नहीं कराई जांच
बताया जा रहा है कि शर्म के कारण दोनों युवकों ने यह जांच नहीं कराई. लेकिन जब पेट का दर्द बढ़ता गया तो परिजनों को इस रिपोर्ट के बारे में बताई. बताया जा रहा है कि सिमरिया के चोरबोरा गांव के गोपाल गंझू और कामेश्वर गंझू एक अक्टूबर को जांच के सिमरिया हॉस्पिटल में गए थे.
सिविल सर्जन ने कहा- हो सकती है भूल
इसके बारे में सिविल सर्जन डॉ. अरूण पासवान ने कहा कि इस मामले को देखेंगे. यह मानवीय भूल भी हो सकती है. वहीं, डॉक्टर मुकेश कुमार ने कहा कि इस तरह की जांच नहीं लिखी है. मुझे बदनाम करने की साजिश है.