PATNA : शिक्षा विभाग में एक और बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर सूबे के कई स्कूलों में नियोजित किए गए शिक्षक स्वेचछा से इस्तीफा देने के बाद भी सरकारी स्कूलों में सेवा दे रहे हैं और बकायदा वेतन भी ले रहे हैं.
फर्जीवाड़े की जांच कर रही निगरानी ब्यूरों को नियोजित शिक्षकों को लेकर कई जगहों से ऐसी जानकारी मिली है. जिसके बाद निगरानी ने शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी दी है.
बता दें कि 2006 में 352812 शिक्षकों का नियोजन हुआ था. 2015 में यह बात सामने आई थी कि कई शिक्षक फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी कर रहे हैं. इसके बाद मामला कोर्ट पहुंचा और निगरानी को जांच का जिम्मा मिला. जिसके बाद नियोजित शिक्षकों को स्वेच्छा को त्यागपत्र देने का मौका दिया गया था. इस दौरान तीन हजार शिक्षकों ने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया था. मगर निगरानी को यह शिकायत मिली है कि त्यागपत्र देने वाले शिक्षक दोबारा सेवा दे रहे हैं. जिसके बाद निगरानी ने शिक्षा विभाग को जानकारी दी है.
खबर के मुताबिक तीन हजार शिक्षकों में से दो हजार से ज्यादा शिक्षत दोबारा अपनी सेवा दे रहे हैं. इसकी जानकारी शिक्षा पदाधिकारियों को दी गई है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.