ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस ने एक महीने में की 8859 गिरफ्तारी, कार्रवाई में 1.59 लाख लीटर शराब बरामद

ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस ने एक महीने में की 8859 गिरफ्तारी, कार्रवाई में 1.59 लाख लीटर शराब बरामद

PATNA : बिहार में गंभीर आपराधिक मामलों में संलिप्त अभियुक्तों के साथ शराबबंदी कानून का उल्लंघन करनेवालों को धर-दबोचने के लिए ‘ऑपरेशन प्रहार’ चलाए जा रहे हैं। इसके आधार पर पुलिस ने अप्रैल में 8859 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसमें हत्या, हत्या की कोशिश, पुलिस पर हमले और दूसरे संगीन मामले से जुड़े अपराधी शामिल हैं। वहीं, एंटी लिकर टास्क फोर्स भी एक्टिव मोड पर है और बड़े पैमाने पर शराब भी बरामद की है। 


पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए गए आदेश के बाद गंभीर आपराधिक घटनाओं में संलिप्त अभियुक्तों को पकड़ने के लिए जिलास्तर पर 67 वज्र टीम का गठित किया गया है। बड़े जिलों में वज्र की कंपनी बनाई गई है तो वहीं छोटे जिलों में प्लाटून बनाया है। इनकी तरफ से चलाए जानेवाले अभियान को ‘ऑपरेशन प्रहार’ नाम दिया गया है। इस मुहीम के आधार पर अप्रैल में 4369 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हुई है। इसमें हत्या के मामले में 378, पुलिस पर हमले से जुड़ी घटनाओं में 190, हत्या के प्रयास के दर्ज कांडों में 1056 जबकि एससी-एसटी एक्ट के तहत 282 अभियुक्तों शामिल है। वहीं 2463 की गिरफ्तारी अन्य आपराधिक मामलों के लिए की गई।


इन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए केवल वज्र की कार्रवाई ही नहीं बल्कि शराब के धंधे रोकने के लिए राज्यभर में एंटी लिकर टाक्स फोर्स भी गठित की गई है, जिसकी सख्या 233 है। अप्रैल की बात करें तो एएलटीएफ ने एक लाख 59 हजार 324 लीटर देसी-विदेशी शराब बरामद किया है। वहीं 1877 शराब की भट्ठियां भी ध्वस्त की गई है। 


वज्र ने पटना से 626, मुजफ्फरपुर से 368, सारण से 333, गया से 272, रोहतास से 268 गिरफ्तारी की है। वहीं, एएलटीएफ ने कार्रवाई करते हुए कैमूर से 14,715 लीटर, सारण से 13,397 लीटर, मधुबनी से 12,659, समस्तीपुर से 12,650 और मुजफ्फरपुर से 10,764 लीटर शराब बदामद किया है।