GOPALGANJ : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान पर है और शराबबंदी की उपलब्धियां गिना रहे है। शुक्रवार को गोपालगंज के मिंज स्टेडियम में जीविकाकर्मियों को संबोधित करते हुए शराब से होने वाले नुकसान को बताते हुए कई बार महात्मा गांधी का जिक्र किया। उन्होने कहा कि गांधी जी जब आजादी की लड़ाई लड़ रहे थे तब उन्कहोंने कहा था कि अगर मुझे एक घंटे के लिए तानाशाह बना दिया जाए तो मैं देशभर में शराबबंदी लागू कर दूंगा। बापू ने कहा था शराब बहुत खराब चीज है, शराब न केवल उनसे उनका पैसा छीन लेती है बल्कि बुद्धि भी छीन लेती है। शराब पीने वाला आदमी हैवान बन जाता है। शराब से होने वाले नुकसान को बताते हुए सीएम ने कहा कि शराब पीने से कैंसर और एड्स जैसी जानलेवा बीमारी होती है इसलिए शराब नहीं पीने का संकल्प ले।
सीएम ने शराबबंदी वापस लिये जाने को लेकर कही जा रही बातों को विराम देते हुए कहा कि कुछ लोग हमें कहते है कि बिहार में गुजरात मॉडल अपनाया जाए। जो लोग बाहर से आते है उन्हे शराब पीने की इजाजत दे दी जाए, मै उनको कहता हूं कि कोई बिहार शराब पीने के लिए थोड़ी ही न आता है। कुछ लोग कहते थे कि शराब बंद होने से पर्यटन का नुकसान होगा लेकिन 2019 से पहले का आंकड़ा देख लीजिये, बिहार आने वाले पर्यटकों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हुई है
मुख्यमंत्री ने कहा कि शराब, दहेज और बाल विवाह के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा, ये कोई यात्रा नहीं है जो समाप्त हो जाए ये अभियान है जो निरंतर जारी रहेगा। शराबबंदी को सफल बनाने के लिए उन्होने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि अगर आपके आस-पास कोई शराब का धंधा कर रहा है तो सारी महिलाएं एक साथ होकर उसका विरोध करे और पुलिस - प्रशासन को धंधा करने वालों की सूचना दे। उन्होने आगे कहा कि दहेज और बाल विवाह के खिलाफ भी ऐसा ही अभियान चलना चाहिए। कोरोना की वजह से गाइडलाइन है कि शादी से पहले थाने को सूचना दी जाए। मै अब ये कहता हूं कि थाने में तो सूचना देना ही है साथ ही ये भी लिखवाया जाए कि शादी दहेजमुक्त है। अपने संबोधन के बाद सीएम ने गोपालगंज, सारण और सिवान को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की।