PATNA : होली में जहरीली शराब से बिहार में 21 लोगों की मौत की खबर के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस मामले की पक्की खबर नहीं है. वाकये के चार दिन बाद नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि वे मामले की जानकारी ले रहे हैं. उधर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तंज कसते हुए पूछा है कि नीतीश कुमार कितने भोले औऱ अंजान हैं.
नीतीश पता करा रहे हैं
बिहार में जहरीली शराब से मौत के मामलों में आज मीडिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा था. नीतीश कुमार ने कहा“ये जो कुछ भी हो रहा है, इसके बारे में हमारे जो वरीय पदाधिकारीगण हैं हमने उनसे पूछा था. ये सब लोग जांच कर रहे हैं. और यहां से भी कुछ लोग गये हैं. वहां के अधिकारियों का कुछ कहना है. लेकिन फिर भी जो बात समाचार पत्रों में आ रही है. इसलिए आज से यहां की एक स्पेशल टीम गयी है. वो एक-एक चीज को देखेगी. एक-एक चीज का पता लगायेगी. औऱ, हर चीज पर जो जरूरी कार्रवाई है वह करेगी.”
21 मौत से क्यों अंजान हैं नीतीश
दरअसल पूर्ण शराबबंदी के नीतीश कुमार के दावे की होली के दौरान ही पूरी तरह हवा निकल गयी. बिहार में होली के दौरान जहरीली शराब से अब तक 21 लोगों की मौत हो जाने की खबर है. शराब को लेकर लगातार दावे कर रही नीतीश सरकार और पूरा प्रशासनिक तंत्र इन मौतों को नकारने में लगा है. जहरीली शराब से सिर्फ नवादा में अब तक 15 मौत होने की खबर है. वहीं सासाराम में चार औऱ बेगूसराय में दो लोगों की मौत होने की खबर है. मरने वालों के परिजन बोल रहे हैं कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई लेकिन प्रशासन उसे सिरे से खारिज करने में लगा है.
नवादा में प्रशासन का ड्रामा
नवादा में जहरीली शराब से 15 लोगों की मौत की खबर के बाद प्रशासन लगातार मामले को रफा दफा करने में लगा है. प्रशासन शुरू से ही जहरीली शराब से मौत को नकार रहा है लेकिन सरकार ये नही बता रही है एक ही जगह पर कौन सी ऐसी आफत टूट पड़ी कि इतने सारे लोग मरे ही नहीं बल्कि कई औऱ बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हैं. नवादा के डीएम और एसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दस की मौत की पुष्टि की लेकिन हालांकि शराब से मौत पर कुछ भी साफ साफ बोलने से इंकार कर दिया.
मृतकों के परिजन औऱ गांव के लोग कह रहे हैं कि मौत जहरीली शराब से ही हुई है. लोग कह रहे हैं कि उस इलाके में शराब का कारोबार खुलेआम चल रहा है. यह सब पुलिस की मिलीभगत से होता है. स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर जहरीली शराब से मौत नहीं हुई है तो फिर प्रशासन बताये कि लोग कैसे मरे. क्या सारे लोग एक ही बीमारी से मर गये.
मौत को रफा-दफा करने की हर कोशिश
नवादा में मरे एक मृतक के प्रिसकिप्शन पर डॉक्टर ने अल्कोहल सेवन की बात लिखी है. लेकिन अस्पताल में उसकी मौत के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस के हवाले करने के बजाय परिवारवालों के सुपुर्द कर दिया गया. परिजन शब को अंत्येष्टि के लिए ले जा रहे थे लेकिन हंगामा मचा तो पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा. ग्रामीणों ने बताया कि जहरीली शराब पीकर मरे अधिकतर लोगों के शवों का जब अंतिम संस्कार कर दिया गया तभी पुलिस गांव में जांच के लिए पहुंची.
तेजस्वी यादव का तंज
उधर जहरीली शराब से मौत के मामले में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है. तेजस्वी ने पूछा है कि बिहार के मुख्यमंत्री कितने भोले और अनजान है? ट्वीटर पर तेजस्वी ने कहा है कि बिहार में 4 दिन पहले ही जहरीली शराब पीने से 19 मौतें (नवादा-12,सासाराम-5,बेगुसराय-2) हो जाती है लेकिन CM अभी भी जानकारी ही प्राप्त कर रहे है. कितना विचित्र है ना? कल्पना करिए, CM की नज़र में बिहार के नागरिकों के जीवन की क्या क़ीमत है?