MOTIHARI: मोतिहारी में एक शादी समारोह में उस वक्त अफरा-तफरी मच गयी जब शादी के मंडप में दूल्हे ने दहेज की मांग कर दी। कहने लगा कि दहेज में सोने की चेन जब तक नहीं मिलेगी हम शादी नहीं करेंगे। इसे लेकर वर और वधू पक्ष के बीच बहस हो गयी। लड़की वालों ने दूल्हे राजा को समझाने की भरपूर कोशिश की लेकिन वह मानने को तैयार नहीं हुआ और शादी करने से मना कर दिया। फिर क्या था जब सीधी उंगली से घी नहीं निकली तो लड़की वालों ने उंगली टेढी कर दी।
दूल्हे के नखरे से गुस्साएं लड़की वालों ने दूल्हे के साथ-साथ उसके जीजा, भाई, पिता को बंधक बना लिया। जिसके बाद पंचायत बुलाई गयी। पंचायत ने यह फैसला लिया कि शादी में जितना पैसा लड़की वाले का खर्च हुआ है उतना पैसा लड़के वाले पेमेंट करे। करीब 5 लाख रूपया दिये जाने के बाद सभी को मुक्त किया गया और बिना दूल्हन के बाराती अपने-अपने घर लौट गये। मामला मोतिहारी के बेलवनवा इलाके की है। जहां श्याम महतो की बेटी कोमल की शादी राजेश महतो के बेटे रोहित से तय हुई थी। बारात पटखौलिया गांव से बेलवनवा में आई थी।
शनिवार को बारात पहुंची थी तब लड़की वालों ने बारातियों का अच्छे से स्वागत भी किया था। बारात लगने के बाद जयमाल भी हो गया। जयमाल के बाद सभी बारातियों ने जमकर भोज का लुफ्त उठाया। जब शादी के मंडल में दूल्हा दूल्हन को लाया गया और शादी की रस्म शुरू की गयी तब अचानक लड़के ने सिंदूरदान करने से मना कर दिया। लड़का का कहना था कि जब तक सोने की चेन नहीं मिलेगी तब तक लड़की को सिन्दूर नहीं लगाएंगे। दूल्हा अपनी इस मांग पर अड़ गया। लड़की वालों ने दूल्हे को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वो अपनी जिद पर अड़ गया।
दूल्हे के साथ मंडप पर उसके पिता, भाई और जीजा भी मौजूद थे। ये लोग भी सोने की चेन की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान काफी हंगामा भी हुआ। दूल्हा पक्ष जब मानने को तैयार नहीं हुआ तब लड़की वालों ने सभी को बंधक बना लिया। जिसके बाद पंचायत बुलाई गयी तब फैसला लिया गया कि लड़की वालों का शादी में जितना खर्च हुआ है वो दिया जाए। जब लड़की वालों को खर्च दिया गया तभी सभी को रिहा किया गया।