MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर के महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय में हिजाब को लेकर जमकर बवाल हुआ। कॉलेज में आज सेंटअप का एग्जाम चल रहा था। इसी दौरान कुछ छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देने पहुंची थी। ब्लूटूथ होने के शक पर जब हिजाब हटाने की बात जब शिक्षक ने कही तो छात्रा भड़क गयी। छात्राओं ने शिक्षक रविभूषण पर आरोप लगाया कि उन्होंने जबरन हिजाब हटाने को कहा साथ ही देशद्रोही भी कहा। शिक्षक ने उसे पाकिस्तान जाने तक कह दिया। वहीं कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.कनु प्रिया ने इसे माहौल खराब करने की साजिश बताया। उनका कहना है कि जो आरोप छात्रा लगा रही हैं ऐसी कोई बात नहीं है। बेवजह मामले को तूल दिया जा रहा है।
महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय में रविवार को अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी। सेंटअप की परीक्षा देने आदिवा भी पहुंची थी। उसने बताया कि कुछ छात्राएं हिजाब पहनकर परीक्षा देने पहुंची थी। क्लास रूम में शिक्षक रविभूषण सर ने उन्हें हिजाब हटाने को कहा। पूछा कि ब्लूटूथ लगा कर आई हो हिजाब हटाओं। ऐसा कहने पर छात्राओं ने कहा कि आप महिला गार्ड को बुला लीजिए जांच कर लीजिए यदि कोई भी आपत्तिजनक सामान निकलता है तो वो बिना परीक्षा दिए चली जाएगी। छात्राओं का आरोप है कि उनकी बातों को वे नहीं माने और कहने लगे हिजाब फेंक दो।
जबकि छात्राओं के आरोप पर कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ.कनु प्रिया ने कहा कि यह सब माहौल खराब करने की एक साजिश है। कॉलेज का इतिहास काफी पुराना है सभी इंटर की छात्राएं थी इन लोगों को मोबाइल और ब्लूटूथ हटाने को कहा गया था लेकिन उन्होंने इसे अलग एंगल दे दिया। इसे धर्म से जोड़कर विवादित बना दिया जो बहुत ही शर्मनाक बात है। इन छात्राओं को अटेंडेंस भी 75 परसेंट से कम है। शिक्षा मंत्री और यूनिवर्सिटी का साफ निर्देश है कि कम परसेंट वाले छात्राओं को फाइनल एग्जाम में बैठने नहीं दिया जाएगा। इसलिए छात्राएं बेवजह दबाव बना रहे हैं ताकि कॉलेज प्रशासन इनके सामने झुक जाए। छात्राओं का आरोप निराधार है इस तरह की कोई बात नहीं है। देशद्रोही और पाकिस्तान जाने जैसी बात को भी प्राचार्य ने गलत ठहराया। कहा कि यह सब मनगढत बाते हैं जिसे बेवजह तूल दिया जा रहा है।
महिला कॉलेज में छात्राओं के हंगामे की सूचना पाकर मिठनपुरा थानेदार श्रीकांत सिन्हा मौके पर पहुंचे। इस दौरान महिला कॉन्स्टेबल भी मौजूद थीं। छात्राओं को समझाने की कोशिश की गयी जिसके बाद कॉलेज की प्राचार्य भी पहुंच गयी उन्होंने किसी तरह छात्राओ को शांत कराया जिसके बाद एग्जाम देकर छात्राएं कॉलेज से बाहर निकल गयी। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों को समझा बूझाकर मामले को शांत कराया गया है। परीक्षा में जांच के दौरान इस तरह की कुछ बात आई थी जिसका समाधान हो गया है।