सेना के विशेष विमान से लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर लाया गया पटना एयरपोर्ट, शहीद को दी गयी श्रद्धांजलि

 सेना के विशेष विमान से लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर लाया गया पटना एयरपोर्ट, शहीद को दी गयी श्रद्धांजलि

PATNA: सेना के विशेष विमान से लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन का पार्थिव शरीर आज पटना एयरपोर्ट लाया गया। पटना एयरपोर्ट पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी उन्हें नमन किया गया। पटना एयरपोर्ट पर बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह भी मौजूद थे। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और गिरिराज सिंह ने शहीद को श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर गिरिराज सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के कायराना नापाक हरकतों की वजह से यह घटना हुई है। इनकी शहादत कभी बेकार नहीं जाएगी इसका बदला हम लेकर रहेंगे।  


गौरतलब है कि शनिवार की शाम अपने टीम के साथ पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में गश्ती कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब छह बजे आईडी विस्फोट में लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन और एक जवान मनजीत सिंह शहीद हो गये। ऋषि रंजन बेगूसराय के रहने वाले थे जबकि मनजीत सिंह पंजाब के भंटिडा के रहने वाले थे।


शहीद ऋषि कुमार मूलतः लखीसराय के पिपरिया के रहने वाले थे लेकिन कई दशक पूर्व से ही जीडी कॉलेज के पास पिपरा रोड में घर बना कर रह रहे थे। दादा रिफाइनरी में कार्यरत थे जिसके कारण वे सपरिवार बेगूसराय में ही बस गए थे। इस घटना की जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। शहीद के पिता राजीव रंजन ने बताया कि पिछले 5 दिन पहले ही मां से उसकी बात हुई थी फोन पर उसने कहा था कि वह बहन की शादी में छुट्टी लेकर घर आ रहा हैं। इसी बीच बेटे के शहीद होने की सूचना मिली। 


बताया जाता है कि शहीद ऋषि रंजन ने एक साल पहले ही सेना में ज्वाइन किए थे। करीब एक माह पहले जम्मू कश्मीर के नौसेरा सेक्टर में पोस्टिंग हुई थी। शनिवार की शाम अपने टीम के साथ पाकिस्तान के बॉर्डर इलाके में गश्ती कर रहे थे। इसी दौरान शाम करीब छह बजे आईडी विस्फोट में लेफ्टिनेंट ऋषि रंजन और एक जवान मनजीत सिंह शहीद हो गये। ऋषि रंजन बेगूसराय के रहने वाले थे जबकि मनजीत सिंह पंजाब के भंटिडा के रहने वाले थे। कंपनी कमांडर ने शनिवार की देर शाम करीब 7:30 बजे पिता को फोन पर घटना की सूचना दी। 


इकलौते पुत्र के निधन से माता-पिता समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ऋषि अपने दो बहनों के इकलौते भाई और पिता के दो भाइयों में इकलौते चिराग थे। घटना के बाद बेगूसराय से लेकर लखीसराय तक शोक की लहर फैल गयी है। परिजन का कहना है कि ऋषि की छोटी बहन की शादी 29 नवंबर को होने वाली थी। शादी की तैयारी में लोग जुटे हुए थे। बहन की शादी में शामिल होने के लिए ऋषि 22 नवंबर को आने वाले थे लेकिन इसी बीच उनकी मौत सूचना से पूरे परिवार में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पार्थिव शरीर आज शाम विशेष विमान से पटना लाया गया जहां शहीद को श्रद्धांजलि दी गयी उन्हें नमन किया गया। जिसके बाद पार्थिव शरीर को बेगूसराय ले जाया गया।