DESK: केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम के तहत सेना में बहाली की प्रक्रिया जारी है। इसे लेकर एक जुलाई से आवेदन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। अग्निपथ योजना के तहत सेना बहाली के आवेदन में अन्य दस्तावेजों के अलावे अभ्यर्थियों से जाति प्रमाण पत्र भी मांगा जा रहा है। इसे लेकर जेडीयू नेता उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट करते हुए कहा कि जब अग्निवीरों को रिजर्वेशन नहीं दिया जा रहा तब कास्ट सर्टिफिकेट की मांग क्यों की जा रही है?
बता दें कि सेना बहाली की इस प्रक्रिया में किसी भी तरह का आरक्षण का प्रावधान नहीं रखा गया है। ऐसे में अब अभ्यर्थियों से जाति प्रमाण पत्र की मांग की जा रही है। अग्निपथ स्कीम का फॉर्म भरने वाले आवेदक भी जाति प्रमाण पत्र मांगे जाने से हैरान हैं। इसे लेकर जेडीयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष और एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा सवाल उठा रहे हैं।
उपेन्द्र कुशवाहा देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से यह सवाल कर रहे हैं कि जब अग्निपथ योजना में किसी तरह का रिजर्वेशन नहीं है तब इसमें जाति प्रमाण पत्र क्यों मांगा जा रहा है इसकी क्या जरूरत है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
जेडीयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए यह लिखा है कि "माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी,सेना की बहाली में जाति प्रमाण पत्र की क्या जरूरत है, जब इसमें आरक्षण का कोई प्रावधान ही नहीं है। संबंधित विभाग के अधिकारियों को स्पष्टीकरण देना चाहिए।"