स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर, केके पाठक ने सभी DEO को भेजा पत्र, कहा-रोज होनी चाहिए VC

स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर, केके पाठक ने सभी DEO को भेजा पत्र, कहा-रोज होनी चाहिए VC

PATNA: बिहार के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति बढ़ाने को लेकर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक लगातार सख्ती बरत रहे हैं। इसे लेकर शिक्षकों और स्कूल के हेडमास्टर के बीच हड़कंप मचा हुआ है। केके पाठक ने एक बार फिर सभी जिले के शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा है। केके पाठक ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को कहा है कि इस तरह की व्यवस्था बनायी जाए कि स्कूलों के हेडमास्टर रोज शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ सके। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हेड मास्टर से पूरे दिन के क्रियाकलापों के बारे में चर्चा करें और अगले दिन के कार्य के बारे में निर्देशित करें। 


केके पाठक ने कहा है कि सभी जिलों से जो रिपोर्ट आई है उसके अनुसार 75 हजार 309 विद्यालयों में सिर्फ 65 हजार विद्यालयों में ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो पा रही है। सिर्फ एक दिन ही यह आंकड़ा 70 हजार पहुंची थी। जिस जिले के हेडमास्टर इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं जुड़ पा रहे हैं इन्हें भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जोड़ा जाए। इस निर्देश को गंभीरता से लें और यह सुनिश्चित करें कि सभी हेडमास्टरों से प्रतिदिन जिला स्तर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हो। उन्होंने कहा कि वीसी के चर्चा बिन्दु में कुछ बदलाव भी किये गये हैं जिसकी समीक्षा करने का भी निर्देश उन्होंने दिया। 


बता दें कि इससे पूर्व भी केके पाठक ने सभी जिले के शिक्षा पदाधिकारी को पत्र भेजा था कहा था कि विद्यालयों के हेड मास्टरों को प्रतिदिन शाम 4 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े और स्कूल में दिनभर की गतिविधियों, शिक्षक और बच्चों की उपस्थिति की जानकारी ले। जिस स्कूल में स्मार्ट क्लास की सुविधा है वहां पहले यह सुविधा बहाल करें। स्कूलों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराये जाए। केके पाठक द्वारा जारी आदेश में यह भी कहा गया था कि यदि जिस दिन हेडमास्टर छुट्टी पर रहते हैं उस दिन उनके बदले स्कूल के प्रभारी शिक्षक वीसी से जुड़ेंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में ज्यादा से ज्यादा स्कूलों के हेडमास्टर जुड़े इसके लिए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की तरफ से सभी जिलों के शिक्षा पदाधिकारी को एक बार फिर से पत्र भेजा गया है। यदि इसके बावजूद हेडमास्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नहीं जुड़ते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।