ARWAL: बाल मजदूरी कराना कानूनन अपराध माना जाता है। हर स्कूल में इस बात की शिक्षा भी दी जाती होगी। लेकिन अरवल के एक स्कूल से ही ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। अरवल-सदर थाना क्षेत्र के मलही पट्टी विद्यालय में प्रिंसिपल बच्चे से जबरदस्बती बर्तन धुलवा रहे हैं।
बच्चा कई सपने लेकर स्कूल में जाता होगा, ताकि वो पढ़-लिखकर एक सफल आदमी बन सके। लेकिन यहां उसे बर्तन धोने पर मजबूर किया जा रहा है। सच छुपाने को लेकर शिक्षा विभाग कई तरह के आंकड़े अपना रही है, लेकिन यह वीडियो मलही पट्टी विद्यालय के करनामे को बताने के लिए काफी है। इसको लेकर स्कूल के प्रिंसिपल और बच्चे के क्लास टीचर के बीच झड़प भी हो रही है। एक ओर जहां प्रिंसिपल बच्चे का हांथ खींचकर उसे बर्तन धोने को कह रहा है तो वहीं उसकी क्लास टीचर इसका विरोध कर रही है। क्लास टीचर ने कहा कि बच्चा यहां पढ़ने आता है, झाड़ू-पोछा करने नहीं। इतने में प्रिंसिपल कहता है कि आपको पावर नहीं है। मैं यहां का हेडमास्टर हूं और फैसला भी मैं ही करुंगा।
इस वीडियो से साफ तौर पर पता चलता है कि ज्यादातर स्कूल में बच्चों से जबरदस्ती इस तरह का काम कराया जाता है। ये बच्चे इतने भोले ओर मासूम हैं कि ये बर्तन भी धोने पर मजबूर हो जाते हैं। मलहीपट्टी विद्यालय में प्रिंसिपल का बच्चों के साथ ये वर्ताब साफ़ दर्शाता है कि बच्चों को शिक्षा देने के बजाय बाल मजदूरी कराया जाता है। सोशल मीडिया पर ये विडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है।