PATNA: रेप और भ्रष्टाचार के आरोपी बिहार के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजीव हंस के मामले में ईडी ने अपनी जांच तेज कर दी है। संजीव हंस के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही ईडी को छापेमारी में जो पुख्ता सबूत मिले हैं उससे बिहार के कई बड़े अधिकारी और सफेदपोश ईडी की रडार पर आ गए हैं। ईडी IAS अधिकारी के करीबी RLJP नेता सुनील सिन्हा से दूसरी बार पूछताछ कर रही है।
दरअसल, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और बिजली विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने की शिकायत मिलने के बाद ईडी की टीम ने संजीव हंस के पटना स्थित आवास से लेकर दिल्ली और पुणे तक उनके ठिकानों पर पिछले दिनों छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान संजीव हंस के घर से आय से अधिक संपत्ति से जुड़े दस्तावेज ईडी के हाथ लगे थे।
ईडी के रडार पर अब संजीव हंस के करीबी बिहार के कुछ वरिष्ठ अधिकारी और सफेदपोश भी आ गए हैं और अब प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने संजीव हंस के करीबियों से पूछताछ शुरू कर दी है। ईडी ने रालोजपा के कोषाध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा को पटना स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है, जहां उनसे दूसरी बार पूछताछ हो रही है। इससे पहले 19 जुलाई को ईडी ने संजीव सिन्हा से पूछताच की थी।
जानकारी के अनुसार, रालोजपा के कोषाध्यक्ष सुनील कुमार सिन्हा आईएएस अधिकारी संजीव हंस के पुराने पार्टनर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, ईडी को शक है कि सुनील सिन्हा संजीव हंस की बेनामी संपत्ति के राजदार हैं और उनसे अहम जानकारियां मिल सकती है। यही वजह है कि ईडी ने संजीव हंस के पुराने पार्टनर सुनील सिन्हा को दूसरी बार पूछताछ के लिए अपने दफ्तर बुलाया है।
पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे सुनील सिन्हा ने कहा कि दूसरी बार क्या तीसरी बार भी ईडी के लोग बुलाएंगे तो हमको आना होगा। संजीव हंस के जुड़े सवाल ईडी के द्वारा पिछली बार पूछे गए थे। संजीव हंस से तो मेरा रिश्ता बहुत पुराना है लेकिन संजीव हंस इतना न लूट खसोट करने लगे, सरकारी खजाने का पैसा लूटकर जहां-तहां सेविंग करने लगे, सरकारी पैसा कभी पचता है?
फर्स्ट बिहार के लिए पटना से शैलेंद्र पांडेय की रिपोर्ट..