जहरीली शराबकांड को लेकर नीतीश पर बड़ा हमला, संजय जायसवाल ने कहा-नीतीश कुमार इतने थेथर हैं कि इस्तीफा नहीं देंगे

जहरीली शराबकांड को लेकर नीतीश पर बड़ा हमला, संजय जायसवाल ने कहा-नीतीश कुमार इतने थेथर हैं कि इस्तीफा नहीं देंगे

MOTIHARI : बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच इस मामले को लेकर बिहार में सत्तारूढ़ एवं विपक्षी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। हालांकि, इस मामले को लेकर सरकार काफी सख्त नजर आ रही है। राज्य सरकार ने इस मामले में अबतक 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही शराब तस्करी से जुड़े 80 लोगों को गिरफ्तार किया है। शराबकांड के बाद नेताओं का मोतिहारी दौरा भी शुरू हो गया है। बीजेपी के नेता भी पीड़ित परिवार से मिल रहे हैं। इसी क्रम में बीजेपी के सांसद व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल भी पीड़ित परिवार से मिले। सदर अस्पताल में भर्ती मरीजों का भी हालचाल जाना। 


मरीज और मृतकों के परिजनों से मिलने के बाद संजय जायसवाल ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। कहा कि अब तक 32 लोगों की जान जहरीली शराब के पीने से चली गयी है। इन मौतों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जिला प्रशासन जिम्मेदार हैं। डायरिया होने की बात साबित करने के लिए अधिकारी मरीजों के बीच ओआरएस का पैकेट बांट रहे हैं। संजय जायसवाल ने नीतीश पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार इतने थेथर हैं कि वो दुनियां में कुछ भी कर लेंगे। लेकिन अपना इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने खुद को कुर्सी पर बेल्ट से बांध रखा है लेकिन वे जिम्मेदारी से नहीं बच सकते। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा क्यों नहीं होता यदि कोई हत्यारे को शरण देता हैं तो उस पर भी 302 का मुकदमा चलता है। संजय जायसवाल ने पूछा कि आज तक कितने थानेदार और पुलिस अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा किया गया? यदि मुकदमा हुआ होता तो इस तरह की घटनाएं रुक जाती। 


संजय जायसवाल ने ट्वीट करते हुए यह लिखा है कि 'यह ठीक फैसला है पर इसके साथ नितीश जी को यह भी घोषित करना चाहिए कि जिस इलाके में जहरीली शराब से मृत्यु होगी वहां के स्थानीय प्रशासन पर भी वही धारा लगेगी जो शराब बेचने वाले को लगेगी। अगर ऐसा होगा तो शराबबंदी तुरंत सफल हो जाएगी। 


दरअसल, मोतिहारी में संदिग्ध जहरीली शराब त्रासदी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। हालांकि, जिला पुलिस की ओर से जारी बयान के अनुसार, कम से कम 29 लोगों का सदर अस्पताल और जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज हो रहा है। बयान में कहा गया है कि चार मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। जिला पुलिस ने इस त्रासदी को लेकर अब तक पांच मामले दर्ज किए हैं और मामले में आगे की जांच कर रही है।  इस संबंध में शराब के अवैध कारोबार में शामिल 60 लोगों सहित कुल 80 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है। 


वहीं, इस मामले में मोतिहारी शराबकांड मामले में एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने बड़ी कार्रवाई की है। शराब कांड मामले में 5 थाने के थानाध्यक्ष को निलंबित किया गया है। हरसिद्धि, सुगौली, तुरकौलिया, पहाड़पुर और रघुनाथपुर ओपी के अध्यक्ष को सस्पेंड किया गया है। इसके आलावा  9 चौकीदारों को निलंबित क्या जा चुका है। इसके साथ आज सुगौली थाना के गिद्धा गांव सुनील पासवान की मौत हो गई है। वहीं, हरसिद्धि के धवही गांव के मुन्नी पटेल, वीरेंद्र मांझी और गोबराहा के अजय सिंह कुशवाहा की भी मौत हो गई है। वीरेंद्र मांझी की पत्नी की हालत नाजुक है। ये लोग सदर अस्पताल में भर्ती है। 


बता दें कि,  मौत के शिकार हुए लोगों में तुरकौलिया के 6, हरसिद्धि के 2, सुगौली और पहाड़पुर के 1-1 व्यक्ति शामिल हैं। जबकि चार और पहाड़पुर में दो लोगों की मौत हुई थी। इस बीच, सुगौली में भी शुक्रवार को दो और गुरुवार को दो लोगों की मौत की सूचना सामने आई है। इस तरह, तीन दिनों में 34 लोगों की मौत हो गई जबकि दो दर्जन लोग बीमार बताए जा हैं। सभी का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।