BEGUSARAI: कोरोना संक्रमण के कहर से बचने के लिए लगाए गए लॉकडाउन तथा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति लोग तेजी से जागरूक हो रहे हैं। गांव को कोरोना से सुरक्षित रखने के लिये विभिन्न जगह शादी एवं श्राद्धभोज कैंसिल किया जा रहा है। इसी कड़ी में बेगूसराय जिला के बखरी प्रखंड क्षेत्र स्थित राटन गांव के ग्रामीणों द्वारा शनिवार को बैठक कर एक और श्राद्धकर्म का भोज स्थगित किया गया है।
बताया जा रहा है कि राटन गांव निवासी शंभू शर्मा के पिता विष्णुदेव शर्मा 18 मार्च को बखरी में बाइक की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान 19 मार्च को विष्णुदेव शर्मा की मौत इलाज के दौरान हो गई। मृत्यु के बाद रीति-रिवाज के अनुसार 30 मार्च को नखबाल, 31 मार्च को श्राद्धकर्म एवं एक अप्रैल को पितृपक्ष कार्यक्रम में भोज होना था। परिजनों द्वारा भोज के लिए सभी सामान बाजार से खरीद भी लिया गया था। लेकिन सरकार द्वारा आहूत लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग सिस्टम को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा समझाने के बाद शंभू शर्मा एवं उनके भाई संजय शर्मा ने शनिवार को अपने आवास पर स्वजातीय तथा प्रबुद्ध ग्रामीणों की बैठक बुलाई और श्राद्धभोज कैंसिल कर दिया।
दिलीप शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समाजिक कार्यकर्ता जितेन्द्र जितू, पूर्व पंचायत समिति सदस्य पंकज पासवान, सरपंच पति रामविलास पासवान, वार्ड सदस्य पति चंद्रशेखर पासवान, परमेश्वरी शर्मा, शनिचर शर्मा, नंदकिशोर शर्मा, गणेश शर्मा, चंदन शर्मा, अर्जुन शर्मा, शंकर शर्मा आदि उपस्थित थे। बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस के खतरा से बचने के लिये समाजिक दूरी बनाने हेतु पूरे देश मे लॉकडाउन किया गया है। यदि भोज का आयोजन किया जाएगा तो एक दूसरे से दूरी बनाए रखने का नियम टूट जाएगा। ऐसी स्थिति में गंभीर खतरा को दावत देना होगा। इसलिये सरकार के निर्देश का अनुपालन करते हुए भोज को कैंसिल किया जाय। इसके साथ ही कोरोना की स्थिति सामान्य होने के बाद पंचायत स्तर पर सामूहिक बैठक कर मृत्युभोज को समाप्त करने पर राय बनाने का भी निर्णय बैठक में लिया गया है।