सहरसा में घूसखोर लेखा पदाधिकारी गिरफ्तार, 56 हजार रुपये रिश्वत लेते निगरानी ने दबोचा

सहरसा में घूसखोर लेखा पदाधिकारी गिरफ्तार, 56 हजार रुपये रिश्वत लेते निगरानी ने दबोचा

SAHARSA: रिश्वत लेने वालों पर आए दिन निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की मुख्यालय टीम कार्रवाई कर रही है इसके बावजूद लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। शायद यही कारण है कि एक के बाद एक घूस लेने के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा लगता है कि घूस लेने वाले लोगों को किसी का डर नहीं है। इस बार फिर निगरानी की टीम ने घूसखोर को पकड़ा है। निगरानी ने सहरसा से एक घूसखोर एकाउंटेंट को दबोचा है। 


लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के सहरसा स्थित कार्यालय में तैनात लेखा पदाधिकारी करूणानिधि सौरभ को निगरानी की टीम ने 56 हजार रुपये घूस लेते दबोचा है। मुजफ्फरपुर के रहने वाले परिवादी मणिभूषण कुमार उर्फ टून्नू सिंह जो सहरसा में रहकर ठेकेदारी करते हैं। बिल पास कराने के लिए एकाउंटेंट करुणानिधि सौरव द्वारा घूस मांगे जाने की शिकायत परिवादी टून्नू सिंह ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो से की थी। शिकायत दर्ज होने के बाद निगरानी की टीम ने एक्शन लिया और लेखा पदाधिकारी को घूस की रकम देते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। 


निगरानी डीएसपी मो. खुर्शीद ने बताया कि एसडी रिफन्ड ऑपरेशन और मेंटेंनेन्स के बिल को पास कराने के एवज में परिवादी टून्नू सिंह  से लेखा पदाधिकारी सौरव 56 हजार रुपये मांग रहा था। निगरानी की टीम ने इसका सत्यापन किया। सत्यापन में सही पाये जाने के बाद कांड दर्ज करते हुए निगरानी की टीम ने कार्रवाई की। कार्यपालक अभियंता कार्यालय के लेखा पदाधिकारी सौरव को परिवादी टून्नू सिंह से घूस की रकम 56 हजार रुपये लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लेखा पदाधिकारी को निगरानी की टीम अपने साथ लेकर पटना के लिए रवाना हो गयी है। निगरानी की टीम फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है।  


गौरतलब है कि निगरानी अन्वेषण ब्यूरों आए दिन घूसखोरों को पकड़ रही है। कल मंगलवार को भी मोतिहारी में एक घूसखोर हेडमास्टर त्रिभूवन शाह को 15 हजार रुपये घूस लेते निगरानी ने रंगे हाथों दबोचा था। मोतिहारी के पताही प्रखंड के बोकाने गांव स्थित ब्रजबिहारी लाल प्लस टू स्कूल के हेडमास्टर त्रिभूवन शाह एक रिटायर्ड शिक्षक से रिश्वत मांग रहा था। हेडमास्टर त्रिभुवन साह पर आरोप था कि वे एक रिटायर्ड हेडमास्टर मो. सफीउल्लाह से नो ड्यूज देने के एवज में 25 हजार रुपये बतौर घूस की मांग कर रहा है।


पीड़ित सफीउल्लाह ने इस बात की शिकायत निगरानी विभाग से की थी। शिकायत मिलने के बाद निगरानी ने विद्यालय में ही 15 हजार रुपये घूस लेते हुए प्रधानाध्यापक त्रिभुवन साह को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पूर्वी चंपारण के फेन्हारा टोला पोखरिया निवासी रिटायर्ड शिक्षक मो. सफीउल्लाह ने 30 दिसंबर 2022 को हेडमास्टर त्रिभूवन शाह के खिलाफ यह शिकायत दर्ज करायी थी कि अंतिम वेतन प्रमाण पत्र (L.PC) एवं अनापति प्रमाण पत्र निर्गत करने के लिए रिश्वत की मांग की जा रही है। निगरानी ने मामले का सत्यापन कराया तब रिश्वत मांगे जाने का मामला सही पाया गया। जिसके बाद धावा दल का गठन किया गया और 15 हजार रुपये घूस लेते हेडमास्टर को गिरफ्तार किया गया। वही सहरसा में एक ठेकेदार की शिकायत पर लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता के सहरसा स्थित कार्यालय में तैनात लेखा पदाधिकारी करूणानिधि सौरभ को निगरानी की टीम ने 56 हजार रुपये घूस लेते दबोचा है।