CHAPRA: कहते हैं कि जोड़ियां ऊपर वाला ही तय करता है। शादी कब और किसके साथ होगी ये सब पहले से ही तय होता है। सब ऊपर से ही बनकर आता है। छपरा के साढ़े तीन फीट के दूल्हे रोहित और 4 फीट की दुल्हन नेहा की शादी भी भगवान पहले ही तय कर चुके होंगे। दोनों की शादी धूमधाम के साथ करायी गयी। शादी के बाद वर और वधू पक्ष के लोगों ने नव दंपति को आशीर्वाद दिया और खुशहाली की कामना की।
बता दें कि अपने शारीरिक बनावट के कारण लेरुआ निवासी सतेंद्र सिंह के साढ़े तीन फीट(42 इंच) के बेटे रोहित की शादी नहीं हो रही थी। उसका कद छोटा होने के कारण लोग अपनी बेटी का हाथ देने से इनकार कर रहे थे। लोगों यह कहकर मजाक उड़ाते थे कि वो अपनी बेटी की शादी बौना से नहीं करेंगे। सत्येंद्र सिंह अपने बेटे की शादी के लिए परेशान थे। बेटे के लिए कोई रिश्ता नहीं आ रहा था।
लेकिन कहते हैं ना कि भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं। एक दिन बनियापुर के खबसी से शादी के लिए रिश्ता आ गया। लड़की नेहा का भी कद छोटा है। इसलिए यहां कद को लेकर कोई समस्या नहीं थी। दोनों परिवार के लोगों ने लड़का और लड़की को देखकर अपनी हामी भर दी। फिर क्या था साढ़े तीन फीट के रोहित और 4 फीट की नेहा की शादी धूमधाम से रचाई गयी। रोहित और नेहा ने अग्नि के सात फेरे लिए और रोहित ने नेहा को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया। नेहा और रोहित दोनों इस शादी से काफी खूश हैं।
इस शादी से तो वर-वधू पक्ष के लोग खुश दिखाई दिये। उन्होंने दोनों को आशीर्वाद दिया। दूल्हे के बड़े भाई अमर कुमार ने बताया कि रोहित की लंबाई काफी कम होने के कारण उन्हें कई तरह के उपहास सहना पड़ता था। रोहित ने मढौरा के जवाहरलाल नेहरू कालेज से इंटर की पढ़ाई की है। कंपाउंडरी के काम में वह निपुण है। उधर दुल्हन नेहा के भाई शैलेश ने बताया कि उन्हें राहुल के बारे में सूचना मिली और तब दोनों ही पक्ष के लोगों ने शादी की तिथि मुकर्रर कर दोनों की शादी बिना लग्न में ही करा दी गई।
नेहा ने पांचवी तक पढ़ाई की है। वर-वधू दोनों इस शादी से काफी खुश हैं। शादी के मौके पर दूल्हा और दुल्हन पक्ष से दर्जनों लोग मौजूद थे। शादी के बाद दूल्हा-दुल्हन ने बड़ों का आशीर्वाद लेने के बाद गढदेवी मंदिर में मां दुर्गा से आशीर्वाद लिया और पूजा अर्चना कर माता से सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए आशीर्वाद मांगा।
छपरा से रमिन्द्र कुमार सिंह की रिपोर्ट