PATNA : इंडिगो के एयरपोर्ट स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पटना पुलिस ने 3 फरवरी को खुलासा करते हुए दावा किया था कि रोडवेज की मामूली सी घटना को लेकर ऋतुराज नाम के शख्स ने रूपेश की हत्या कर दी थी. नवंबर के महीने में रुपेश की गाड़ी से ऋतुराज की बाइक टकराई और फिर तकरीबन डेढ़ महीने बाद 12 जनवरी को ऋतुराज ने मौका देखकर रूपेश को गोलियों से छलनी कर दिया. पटना पुलिस ने यह खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी ऋतुराज को भी मीडिया के सामने हाजिर किया था. हालांकि पटना पुलिस की यह कहानी रूपेश कुमार सिंह के परिवार वालों को हजम नहीं हुई और वह यह मानने को तैयार नहीं कि रोडवेज की मामूली सी घटना को लेकर रूपेश कुमार सिंह की हत्या कर दी गई.
पटना पुलिस ने यह भी दावा किया था कि ऋतुराज के साथ तीन अन्य लोग भी इस वारदात में शामिल थे हालांकि अब तक पटना पुलिस बाकी तीन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. पुलिस ने 3 दिनों की रिमांड लेकर ऋतुराज से पूछताछ भी की लेकिन नतीजा कुछ भी नहीं निकला. 7 फरवरी को रुपेश के परिजनों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. तब रूपेश की पत्नी की तरफ से मुख्यमंत्री से इंसाफ की गुहार लगाई गई थी. उस वक्त बिहार के डीजीपी और पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा मुख्यमंत्री आवास में ही मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने तत्काल डीजीपी और एसपी को कहा था कि परिवार के संतुष्ट होने तक जांच को आगे बढ़ाया जाए और सही दोषियों को पकड़ा जाए.
मुख्यमंत्री से भरोसा मिलने के बाद रूपेश कुमार सिंह के परिजनों ने यह कहा था कि फिलहाल वह सीबीआई जांच नहीं चाहते क्योंकि मुख्यमंत्री ने न्याय का भरोसा दिया है. लेकिन अब हालात यह हैं कि पटना पुलिस के कप्तान यानी एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा रुपेश के परिजनों का फोन भी नहीं उठा रहे हैं. फर्स्ट बिहार से बातचीत में रूपेश कुमार सिंह के बड़े भाई और जेडीयू नेता नंदेश्वर सिंह ने कहा है कि उन्होंने पिछले कुछ दिनों में लगातार एसएसपी उपेंद्र शर्मा को फोन किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया. एसएसपी परिवार वालों से बात करने में कतरा रहे हैं ऐसा परिजनों का कहना है फर्स्ट बिहार से बातचीत में नंदेश्वर सिंह ने कहा कि एसएसपी का यह रुख बता रहा है कि पटना पुलिस के पास जांच में आगे बताने को कुछ भी नहीं है. अब परिवार का भरोसा मुख्यमंत्री की तरफ से दिए गए भरोसे से भी उठने लगा है. नंदेश्वरसिंह ने कहा है कि बहुत जल्द वह मुख्यमंत्री से फिर मुलाकात करेंगे और रुपेश हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग रखी जाएगी.
परिवार वालों का कहना है कि मुख्यमंत्री के भरोसे पर हमने पटना पुलिस को जांच के लिए वक्त दिया लेकिन अब पटना के एसएसपी परिवार वालों से बात तक नहीं कर रहे. ऐसे में उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं दिखती बेहतर होगा कि अब सीबीआई इस पूरे मामले की जांच करें. रुपेश के बड़े भाई नंदेश्वर सिंह ने कहा कि पटना के एसएसपी का यह रवैया तब है, जब खुद परिवार के सामने मुख्यमंत्री ने उन्हें परिजनों को संतुष्ट करने के लिए कहा था. लेकिन अब उनका फोन तक नहीं उठाया जाता.
रुपेश के परिजन अब पटना पुलिस और उसके कप्तान पर जिस तरह के आरोप लगा रहे हैं, उसके बाद यह सवाल खड़ा होना भी लाजमी है कि क्या एक हाई प्रोफाइल हत्या के मामले में मुख्यमंत्री की तरफ से दिया गया निर्देश भी बिहार पुलिस के अधिकारियों के लिए कोई अहमियत नहीं रखा.