RSS को भगाएंगे जगदानंद सिंह ! बोले ... टिका लगाना नहीं है सनातन की पहचान,पोथी-पत्रा बैठकर लिखने से नहीं होता कुछ

RSS को भगाएंगे जगदानंद सिंह ! बोले ... टिका लगाना नहीं है सनातन की पहचान,पोथी-पत्रा बैठकर लिखने से नहीं होता कुछ

PATNA : कमाल है हम अपने साथियों से कुछ भी बोल किसी को क्या एतराज है। जिनको सवाल खड़ा करना है करने दीजिए। जिस तरह आरक्षण के मुद्दे पर भागवत फस गए इस तरह इस मामले पर भी वह लोग फंस जाएंगे इसलिए इसको आगे नहीं बढ़ाएं। कोई पोथी-पत्रा बैठकर लिख देगा और कहेगा हम भारत के रक्षक हैं तो उससे वो भारत का रक्षक नहीं हो सकता है। ये बातें राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कही है। 


राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि - देश में भाजपा के तरफ से संविधान को बदलने कोशिश की जा रही है। भाजपा के लोग लगातार संविधान के विरुद्ध जाकर काम कर रहे हैं। ये लोग बाबा साहब का भी अपमान कर रहे हैं। लेकिन, इनकी मनमर्जी अधिक दिन तक नहीं चलने वाली है। जल्द ही इनको और इनकी सहयोगी आरएसएस को भगाने का काम करेंगे। 


इसके आलावा उन्होंने सनातन की बात करते हुए कहा कि- सनातन धर्म की लोग अलग - अलग अपने तौर- तरीके से व्याख्या करते है। लेकिन, सही अर्थ में सनातन वो है ग़रीब की सेवा करना है। कोई प्यासा हो तो उसको पानी पिलाना है। ये अपने कमरे में गरीबों से झाड़ू लगवाने वाले कभी सनातनी नहीं हो सकता है। अगर कोई किसी प्यासे को पानी नहीं पिलाता है, लोगों के कमर में झाड़ू बंधवाता है और इसको सनातन कहा जाए तो मैं ऐसे सनातन को कभी स्वीकार नहीं कर सकता हूं। मैं इसका विरोध करता हूँ। हमलोग झूठे कर्मकांडी के विरोधी हैं। 


जगदानंद सिंह ने कहा कि - भाजपा का धर्म है हिंदू - मुस्लिम की लड़ाई, सिख - ईसाई की लड़ाई, मंदिर - मस्जिद की लड़ाई करवाना। देश में उन्माद पैदा करना। हमारा धर्म यह नहीं है। सनातन धर्म को तभी मानूंगा जब इस देश के सभी लोगों में मतभेद पैदा ना हो सके। सभी लोगों में प्रेम और भाईचारा बना रहे। हम लोग हे राम वाले हैं ना की जय श्री राम वाले जय श्री राम वाले दंगा करवाते हैं। हे राम वाले इसमें विश्वास नहीं रखते हैं। इसके आगे उन्होंने कहा कि -टीका -लगाने और दाढ़ी बढ़ाने से कोई सनातनी नहीं हो सकता है। भारत कब ग़ुलाम हुआ ये बात सभी जानते हैं। 


इधर, देश का नाम इंडिया से भारत करने को लेकर जो चर्चा शुरू हुई है उसपर जगदानंद सिंह ने कहा कि देश के लोगों ने संविधान अपने लिए बनाया है इसमें कोई संशोधन किया जाएगा तो वह बर्दाश्त नहीं होगा। यह लोग बुनियाद पर चोट नहीं करें वरना इस बुनियाद पर खड़ी हुई इमारत खत्म जाएगी