ARA : कोरोना संकट की महामारी के बीच भोजपुर पुलिस नाबालिग से रेप के आरोपी राजद विधायक अरुण यादव को पकड़ने पहुंची. कोर्ट से फरार घोषित राजद विधायक इसबार भी भोजपुर पुलिस के हाथ नहीं लगे. आपको याद दिला दें कि जिस राजद विधायक के पीछे आज भोजपुर पुलिस का पूरा अमला लगा हुआ है. उनके ऊपर एक नाबालिग बच्ची के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है. यह विधायक कई महीनों से पुलिस के साथ चूहे-बिल्ली का खेल, खेल रहे हैं.
आलिशान बंगले में ढाई घंटे छापेमारी
भोजपुर पुलिस कप्तान सुशील कुमार ने फर्स्ट बिहार के साथ बातचीत के दौरान बताया कि फरार विधायक को पकड़ने के लिए पुलिस ने अंधेरे में छापेमारी की. एसपी ने बताया कि मंगलवार की अहले सुबह 4 बजे भोजपुर की पुलिस टीम विधायक के अगिआंव वाले आलिशान बंगले में छापेमारी करने पहुंची. आलिशान बंगले में तकरीबन सुबह साढ़े 6 बजे तक ढाई घंटे तक लगातार छापेमारी चली. लेकिन इस बार भी विधायक पुलिस के गिरफ्त से बाहर रहे.
छापेमारी करने पहुंचे 3 DSP और 18 थानाध्यक्ष
भोजपुर एसपी ने फर्स्ट बिहार की टीम को फोन पर बताया कि राजद विधायक अरुण यादव के बारे में उनको गुप्त रूप से सूचना मिली थी. एमएलए के बारे में यह जानकारी दी गई थी कि वह अपने पत्नी के घर पर छिपे हैं. एसपी ने बताया कि 3 डीएसपी और 18 थानों के एसएचओ के अलावा इलाके के सीओ और भारी संख्या में पुलिसबल विधायक को पकड़ने पहुंचे. लगभग ढाई घंटे तक छापेमारी चली. आलिशान बंगले के एक-एक कोने को सर्च किया गया, लेकिन विधायक पुलिस के हाथ नहीं लगे.
विधायक फरार घोषित
नाबालिग से रेप के आरोपी आरजेडी विधायक अरुण यादव को कोर्ट ने फरार घोषित कर दिया है. बहुचर्चित सेक्स कांड में संदेश के आरजेडी विधायक अरुण यादव लगातार फरार चल रहे हैं और अब आरा की स्पेशल पॉस्को कोर्ट ने उन्हें फरार घोषित कर दिया है. भोजपुर के प्रथम अपर जिला व सत्र न्यायाधीश सह पॉस्को कोर्ट के विशेष जज आरके सिंह ने पहले ही एक मामले में सुनवाई करते हुए विधायक अरुण यादव को फरार घोषित कर दिया है.
कुर्की के बाद भी हाजिर नहीं हुए विधायक
नाबालिग से रेप का आरोपी अरुण यादव लगातार फरार है. उसकी गिरफ्तारी के लिए वारंट, इश्तेहार और चल-अचल संपत्ति की कुर्की जब्ती भी की जा चुकी है लेकिन बावजूद इसके विधायक अब तक कोर्ट में हाजिर नहीं हुए हैं और न ही उनको अब तक भोजपुर की पुलिस टीम अरेस्ट कर पाई है. कोर्ट ने आरजेडी विधायक को लेकर विधानसभा अध्यक्ष और सचिव को भी नोटिस भेजा था.
कई आरोपी पहले ही हो चुके हैं गिरफ्तार
बहुचर्चित सेक्स कांड में पुलिस ने विधायक अरुण यादव को फरार दिखाते हुए चार्जशीट दाखिल की थी. इस कांड में इंजीनियर अमरेश सिंह और सेक्स रैकेट की संचालिका अनीता देवी और सुजीत कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इन तीनों आरोपियों की कोर्ट में पेशी भी की गई थी. जुलाई 2019 में एक नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया था कि उसे पटना में जबरन देह व्यापार के धंधे में शामिल कराया गया. उसे अनीता देवी और सुजीत कुमार विधायक अरुण यादव के पास लेकर गए थे. जहां उसके साथ गंदा काम किया गया इस मामले में 6 सितंबर को पीड़िता का फिर से बयान दर्ज हुआ था जिसके बाद विधायक अरुण यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. अपने खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद से ही विधायक अरुण यादव फरार है.