PATNA: बिहार में राजद ने अपनी जंबो जेट प्रदेश कमेटी का गठन किया है. 99 महासचिव, 98 सचिव समेत लगभग ढ़ाई सौ लोगों को प्रदेश में पदाधिकारी बनाया गया है. लेकिन प्रदेश पदाधिकारियों की सूची में ऐसे भी नाम डाल दिये गये कि पार्टी की फजीहत हो रही है. राजद ने कांग्रेस के नेता को अपनी पार्टी का प्रदेश महासचिव बना दिया है.
राजद ने कल यानि 28 अप्रैल को अपने प्रदेश महासचिव और सचिव की सूची जारी की थी. इसमें प्रदेश महासचिव की लिस्ट में 35वें नंबर पर मधुबनी के अविनाश रंजन झा का नाम है. लेकिन अविनाश रंजन झा कांग्रेस के नेता हैं. वैसे पहले वे जरूर राजद के नेता हुआ करते थे. लेकिन कई महीने पहले ही वे राजद छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गये थे. जाहिर है वे राजद के कार्यक्रमों में शामिल भी नहीं हो रहे थे. फिर भी राजद ने उन्हें प्रदेश महासचिव का पद थमा दिया.
अविनाश रंजन झा ने सोशल मीडिया के जरिये राजद के नेतृत्व को बताया है कि वह कांग्रेस में हैं. उन्होंने लिखा है-“राष्ट्रीय जनता दल, बिहार के प्रदेश पदाधिकारियों की सूची आज जारी हुई है . हमारे कई साथियों ने मुझे बधाई तक दे डाली . तब मुझे जानकारी मिली की मुझे आरजेडी में पुनः प्रदेश महासचिव बनाया गया है. राष्ट्रीय जनता दल के शीर्ष नेतृत्व को इसके लिए कोटि कोटि धन्यवाद परंतु मैने विगत कुछ महीने पूर्व भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में वापसी की थी. राष्ट्रीय जनता दल में होता तो प्रदेश महासचिव के तौर पर यह मेरी चौथी पारी रहती. एक बार पुनः आरजेडी के शीर्ष नेतृत्व एवम् मार्गदर्शक मंडल के नेताओं को धन्यवाद देना चाहूँगा कि मुझे इस लायक समझा गया.”
इस पोस्ट में अविनाश रंजन झा ने खुद को कांग्रेस का कार्यकर्ता बताया है. अब सवाल ये उठ रहा है कि राजद नेतृत्व ने किस आधार पर प्रदेश कमेटी का गठन किया है. क्या जहां तहां से नाम जुगाड़ कर प्रदेश के पदाधिकारी बना दिये गये हैं. क्या राजद के पास अपने नेताओं की कमी हो गयी है.