RJD के मुस्लिम नेता ने लालू-तेजस्वी को दिखाया आईना, मंच पर ही हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे

RJD के मुस्लिम नेता ने लालू-तेजस्वी को दिखाया आईना, मंच पर ही हनुमान चालीसा का पाठ करने लगे

BETTIAH: एनडीए के खिलाफ बने इंडी गठबंधन के नेता सनातन धर्म के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे हैं। बिहार में लालू-तेजस्वी की पार्टी आरजेडी के नेताओं ने इसको लेकर होड़ मच गई है। लालू-तेजस्वी की सह पर आरजेडी के कुछ नेता राज्य के अलग अलग हिस्सों में घूम घूमकर हिंदू धर्म और देवी देवताओं के खिलाफ जहर उगल रहे हैं लेकिन इसी बीच बेतिया में आरजेडी के एक मुस्लिम नेता लालू तेजस्वी को आईना दिखाया है।


दरअसल, बिहार की सत्ता में आने के बाद से ही आरजेडी के नेता सनातन धर्म, हिंदू देवी-देवताओं और मंदिरों के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं। कोई रामचरितमानस पर सवाल उठा रहा है तो कोई मंदिर जाने को गलत रास्ता करार दे रहा है। एक तरफ आरजेडी के नेता लगातार हिंदू धर्म को लेकर गलत बयानबाजी कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ आरजेडी खुद को सभी धर्म का सम्मान करने वाली पार्टी बता रही है। 


लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की तरफ से आरजेडी के दो नेताओं को सनातन धर्म, मंदिर, हिंदू देवी देवता के खिलाफ बोलने की आजादी दे दी गई है। दो नेताओं में एक बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और दूसरे हैं खुद को महिसासुर का वंशज बताने वाले डेहरी के राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह। इन दोनों नेताओं ने सनातन धर्म, मंदिर, हिंदू देवी देवता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कभी पटना में तो कभी पटना से बाहर जाकर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं।


हद तो तब कि जब सनातन धर्म, मंदिर, हिंदू देवी देवता के खिलाफ जहरीले बोल बोलने के बावजूद लालू-तेजस्वी की तरफ से ऐसे नेताओं के खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं हो रहा है। लालू और तेजस्वी बालाजी के मंदिर में जाकर पूजा और मुंडन तो कराते हैं लेकिन अपनी ही पार्टी के नेताओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहे हैं। लालू-तेजस्वी को उनकी ही पार्टी के एक जिलाध्यक्ष ने आईना दिखाने की कोशिश की है।


बेतिया में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान राजद अल्पंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष सादिक खान ने मंच पर हनुमान चालीसा का पाठ शुरू कर दिया। आरजेडी नेता ने कहा कि चंद नफरती लोग देश में भाई को भाई से लड़वा कर नफरत फैलाना चाहते है। मैं लालू यादव का सिपाही हूं, हमारे सुप्रीमों अच्छा बिहार बनाना चाहते है लेकिन कुछ लोग धर्म के नाम पर उन्माद फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।