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14-Aug-2024 10:33 PM
KHAGARIA: राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के जिलाध्यक्ष पर राजद किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण उर्फ़ चन्दन यादव ने रंगदारी मांगने, लूटपाट करने और हत्या की कोशिश करने का आरोप लगाया है। राजद के जिलाध्यक्ष मनोहर यादव और उनकी पत्नी सीता देवी के खिलाफ खगड़िया के नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है।
बता दें कि राजद किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल कृष्ण उर्फ़ चन्दन यादव खगड़िया के लाभगांव थाना क्षेत्र निवासी कपिलदेव यादव के पुत्र हैं। गोपाल कृष्ण उर्फ चंदन यादव ने राजद के जिलाध्यक्ष मनोहर यादव और उनकी पत्नी सीता देवी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है। गोपाल कृष्ण उर्फ चंदन यादव ने खगड़िया के नगर थाने की पुलिस को बताया कि 15 अप्रैल 2024 की रात करीब 11 बजे वो नन्हकु मंडल टोला से अपने आवास राजेंद्र नगर स्थित संत निवास अपने सहयोगियों के साथ आ रहे थे। जैसे ही वो बलुआही बस स्टैंड के पास पहुंचे।
वहां पहले से घात लगाये बैठे खगड़िया के बलुआही थाना इलाका निवासी स्व. छोटे लाल यादव के बेटे 50 वर्षीय अपराधी मनोहर यादव अपनी 48 वर्षीय पत्नी सीता देवी के साथ आठ दस अज्ञात अपराधी के साथ हथियार से लैस होकर उनकी गाड़ी को आगे घेर लिया। मनोहर यादव हाथ में लिए पिस्तौल से गोली फायर करते हुए कहा कि गाड़ी रोको। इसी बीच सीता देवी ने अपने कमर से पिस्तौल निकाल कर गोली फायर करते हुए बोलने लगी कि जान से मार देंगे। इसी बिच मनोहर यादव अपने साथियों से कहने लगा कि इसका अपहरण कर नदी किनारे ले जाकर शरीर को टूकड़े में कर लापता कर देंगे। कइयों को हमने इसी जगह ऐसा ही किया हैं। मुझे जान से मारने की नियत से दोबारा मनोहर यादव ने गोली फायर किया लेकिन हम गाड़ी तेजी से आगे बढ़ा दिए क्योंकि मेरे गाड़ी का दरवाजा लोक था। जिसके कारण मेरी जान बच गयी।
इसी क्रम में मनोहर यादव का साथी पिछे डिक्की को खोलने में सफल हो गया जिसमे बैग में 20 हजार रुपया रखा था। उसे निकालते हुए मनोहर यादव ने कहा कि यह रंगदारी का प्रथम किस्त हैं। आज ही दिन में JNKT मैदान में समय करीब 5 बजे मनोहर यादव के इशारे पर उसके सहयोगी डरा धमकार रंगदारी मांगा था नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। उस समय मौजूद पुलिसकर्मियो द्वारा बीच बचाव से किसी तरह वहां से हम निकाल पाए थे। धक्का मुक्की भी मेरे सहयोगियों के साथ किया गया था। वहीं पर मनोहर यादव के इशारे पर 2 लाख रूपया मुझसे रंगदारी माँगा गया था। जिसका हम विरोध किये थे।
रात की घटना में हम हिम्मत कर गाड़ी लेकर तेजी से ले जाने लगे तभी फिर मनोहर यादव ने जान से मारने की नियत से गोली चला दी लेकिन हम गाड़ी बहुत आगे कट मारकर खिंच दिये थे जिससे मेरी जान बच गयी नहीं तो मनोहर यादव मुझे अपहरण कर हत्या कर बॉडी भी लापता कर देता। घटना में शामिल अज्ञात अपराधियों को मैं चेहरा देखकर पहचान सकता हूँ। इस घटना को मेरे साथ चल रहे ललन यादव, बसंत यादव, रणबीर यादव,अरविन्द यादव एवं अन्य सहयोगियों ने अपने आँखों से यह सब देखा था।
आवेदन फिर से देने की वजह यह है कि थानाध्यक्ष का अपराधियों से साथ गांठ था। घटना के बाद थाने पर जाकर इस संबंध में आवेदन दिया था लेकिन थानाध्यक्ष तरह-तरह का बहाना बनाकर हम से नहीं मिले। तब मैंने उसी वक्त यानाध्यक्ष के सरकारी मोबाइल न० 9431822793 पर अपने मोबाइल नंबर 9431038479 से रात्रि 12:46 AM में व्हाट्सप्प के जरिये आवेदन दिया। जिसे उन्होंने ने देखा भी नहीं। जिसका प्रिंट आउट कॉपी संलग्न कर रहा हूँ।
फिर उन्होंने घटना की ठीक अगले दिन दूरभाष पर बातचीत कर मुझे थाना पर बुलाकर आवेदन लेकर मुझे एक प्रति प्राप्ति आवेदन का छायाप्रति दिया था जिसे संलग्न कर रहा हूँ। लेकिन मुकदमा दर्ज करने में तरह-तरह का वो बहाना बनाते रहे। तब जाकर मैंने कई वरीय पुलिस पदाधिकारी से मिलकर इसकी जानकारी दी। जिसका प्रमाण माननीय न्यायालय को उक्त जरुरत पड़ने पर प्रमाण सहित दूंगा। अतः अनुरोध हैं की दोषियों के विरुद्ध मुकादमा दर्ज कर उचित कानूनी करवाई की जाय। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी है।