PATNA : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को बिहार के तीन दिवसीय दौरे पर आ रही हैं। इस क्रम में वे बापू सभागार में बिहार चतुर्थ कृषि रोड मैप (2023-28) का शुभारंभ करेंगी। लेकिन इस कार्यक्रम में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी को आमंत्रित नहीं किया गया है। इसके बाद इसको लेकर दोनों नेताओं में काफी रोष नजर आ रहा है।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और विधान परिषद के नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने कहा कि- नेता विपक्ष का पद संवैधानिक होता है। इसके इस कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाना न केवल संविधान के खिलाफ है बल्कि लोकतंत्र का भी अपमान है। लोकतंत्र में विपक्ष की एक बड़ी भूमिका है। ऐसे में इस कार्यक्रम में विपक्ष के नेताओं को नहीं आमंत्रित किया जाना दुखद है।
उन्होंने कहा कि,राजद को तो पहले से ही लोकतंत्र और संवैधानिक संस्थाओं पर विश्वास नहीं है। उसी तर्ज पर जदयू भी काम करने लगा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में राष्ट्रपति को पत्र लिखकर शिकायत भी की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के आगमन पर राजभवन में आयोजित रात्रि भोज में दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष को आमंत्रित किया गया है। ऐसे में सरकार को बताना चाहिए कि क्या सरकारी कार्यक्रम में जिस कार्यक्रम में राष्ट्रपति भाग ले रही हैं, उसमें सदन के नेता प्रतिपक्ष को नहीं बुलाया जाना कहां तक लोकतंत्र की मर्यादा है?
आपको बताते चलें कि, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बुधवार को पटना आएंगी। बिहार के तीन दिवसीय दौरे के दौरान राजधानी में आयोजित कार्यक्रमों के अलावा वह मोतिहारी और गया भी जाएंगी। चौथे कृषि रोड मैप के उद्घघाटन के अलावा एम्स के दीक्षांत समारोह में भी उन्हें शामिल होना है। उनके आगमन को लेकर पटना शहर में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं। हवाईअड्डा से लेकर राजभवन और गांधी मैदान के बापू सभागार में बड़ी संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती रहेगी। शहर के प्रमुख चौक चौराहों पर सुरक्षा व्यवस्था मंगलवार से ही कड़ी कर दी गई।