रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन कोर्ट में घोषित हो छुट्टी, CJI को लिखा गया लेटर

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन कोर्ट में घोषित हो छुट्टी, CJI को लिखा गया लेटर

PATNA : अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए पूजा और अनुष्ठान का दौर जारी है। आज 18 जनवरी को भगवान रामलला की प्रतिमा मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जाएगी।  जहां उन्हें उनका सिंहासन पर विराजमान किया जाएगा। आज भी कई तरह के अनुष्ठान और पूजा की विधियां की जाएंगी। इससे पहले बुधवार रात को रामलला की प्रतिमा को क्रेन के ज़रिए राम मंदिर परिसर में लाया गया। 


जिसके बाद आज उन्हें गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा किया जाएगा। इस बीच अब बीसीआई अध्यक्ष ने 22 जनवरी को सभी अदालतों में छुट्टी घोषित करने के लिए सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ को पत्र लिखा है। इसके माध्यम से उन्होंने अनुरोध किया है कि राम मंदिर उदघाटन को देखते हुए उस दिन छुट्टी घोषित की जाए। 


दरअसल, बार काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस डॉ डीवाई चंद्रचूड़ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र के माध्यम से उन्होंने सुप्रीम कोर्ट समेत देश के सभी अदालतों में अयोध्या में राम मंदिर उदघाटन के दिन 22 जनवरी, 2024 को छुट्टी घोषित करने का अनुरोध किया है। यह  उस दिन के राष्ट्रीय और सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए चीफ जस्टिस को लिखा गया है। 


वहीं, वकीलों का  कहना है कि यह खास दिन विश्वभर के लोगों की आस्था से जुड़ा हुआ है। जिसका इंतजार लोग लंबे समय से कर रहे थे। इस दिन करोड़ों लोगों का सपना साकार होने जा रहा है। गौरतलब हो कि, सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर, 2019 को अपना ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए भगवान राम की जन्मभूमि की पुष्टि की थी। जिसके बाद विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण का आदेश दिया गया था।वहीं इस महीने 22 जनवरी, 2024 को इसका प्राण प्रतिष्ठा किया जा है। 


आपको बताते चलें कि, इस खास मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, धार्मिक नेता समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहेंगे। इस कार्यक्रम में विश्व के 55 देशों से गणमान्य लोग जुड़ेंगे।  खास मेहमानों की लिस्ट में अमेरिका, कनाडा, जर्मनी समेत अन्य देशों के प्रतिनिधियों के नाम शामिल किए गए हैं।  वहीं इस मौके पर छुट्टी घोषित हो जाने से अदालतों में काम करने वाले लोगों को इस पावन अवसर पर भाग लेने का मौका मिलेगा और वो इस पवित्र अवसर के साक्षी बनेंगे।