PATNA: राज्यसभा की खाली हुई सीटों पर चुनाव की घोषणा के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। बिहार की कुल पांच सीटों के लिए चुनाव होना है। ऐसे में सभी दलों के भीतर उम्मीदवारों को लेकर खींचतान जारी है। जेडीयू कोटे से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की सीट भी जून में खाली होने वाली है। जेडीयू ने किंग महेन्द्र की सीट पर अनिल हेगड़े के नाम की घोषणा कर दी है लेकिन आरसीपी सिंह को पार्टी दोबारा राज्यसभा भेजेगी या नहीं इसपर फिलहाल संशय बरकरार है।
इसको लेकर जब जेडीयू नेता आरसीपी सिंह से सवाल किया गया तो वे गोलमोल जवाब देते नजर आए। आरसीपी ने झल्लाते हुए कहा कि ये सब कहने की चीज होती है क्या, हमको क्या पता है कि हम जा रहे हैं या नहीं जा रहे हैं। जब उनसे पूछा गया कि इसको लेकर मुख्यमंत्री या राष्ट्रीय अध्यक्ष से कुछ बात हुई है तो उन्होंने कहा कि आपको इससे क्या मतलब है। दोबारा राज्यसभा भेजे जाने के सवाल पर आरसीपी सिंह ने जिस तरह से जवाब दिया उससे यह साफ हो गया है कि उनकी सीट को लेकर फिलहाल संशय की स्थिति है।
इधर, जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने भी आरसीपी को दोबारा राज्यसभा का उम्मीदवार बनाए जाने के सवाल पर चुप्पी साध ली है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पार्टी की तरफ से अनिल हेगड़े को राज्यसभा चुनाव का उम्मीदवार बनाया गया है और दूसरे नाम की घोषणा कुछ ही दिनों में कर दी जाएगी। आरसीपी सिंह को पार्टी की तरफ से दोबारा राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया जाएगा या नहीं, इस सवाल को टालते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि समय आने पर दूसरे नाम की भी घोषणा कर दी जाएगी।
बता दें कि बिहार की पांच सीटों के लिए 10 जून को चुनाव होना है। बिहार के जिन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उसमें केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह, आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की बेटी मीसा भारती, गोपाल नारायण सिंह, सतीश चंद्र दुबे और शरद यादव शामिल हैं। 21 जून से 1 अगस्त 2022 के बीच इन सभी का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।