Bihar Politics: मुकेश सहनी ने NDA को मिले जनादेश का किया सम्मान, बोले- पूरी मजबूती के साथ फिर से जनता के बीच जाएंगे Bihar Politics: मुकेश सहनी ने NDA को मिले जनादेश का किया सम्मान, बोले- पूरी मजबूती के साथ फिर से जनता के बीच जाएंगे Bihar Election 2025 : बिहार चुनाव 2025 के नतीजों ने RJD में बढ़ाई दोहरी चिंता, 2030 तक खाली हो सकता है राज्यसभा में पार्टी का खाता; समझिए आखिर ऐसा क्यों ECI Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में ना सिर्फ कैंडिडेट बल्कि आयोग को भी मिली बड़ी जीत, समझीए कैसे हासिल हुई यह सफलता Election Commission Bihar : बिहार वोटर लिस्ट में 3 लाख नाम कैसे बढ़े? कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग ने दिया बड़ा स्पष्टीकरण; जानिए क्या कहा Bihar Election Result 2025: जानिए बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे कम मार्जिन से जीत हासिल करने वाले विधायक का नाम, जेलबी छानने वाले नेता जी भी महज दो अंकों से जीत पाए Bihar Election 2025 : चिराग पासवान ने राजू तिवारी को बनाया LJP(R) विधायक दल का नेता, बिहार में 19 सीटों की जीत से बढ़ा राजनीतिक कद Bihar Election Result 2025: मोदी-नीतीश की जोड़ी हुई हीट फिर भी बड़े अंतर से चुनाव हार गए मंत्री जी; जानिए आखिर ऐसा क्यों हुआ Life Style: अगर आपकी त्वचा पर दिख रही हैं ये समस्याएं, तो सतर्क हो जाइए! वरना हो सकती है किडनी की बीमारी Bihar Election Results : बिहार में इन दो नेताओं की किस्मत चमकाने की तैयारी! अमित शाह ने किया है बड़ा वादा—भाजपा बनाएगी ‘बड़ा आदमी’
1st Bihar Published by: Ganesh Samrat Updated Fri, 08 Nov 2019 04:00:28 PM IST
- फ़ोटो
PATNA : महागठबंधन छोड़ने का दावा करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की हवा आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने निकाल दी है। रघुवंश बाबू ने दावा किया है कि जीतन राम मांझी के पास महागठबंधन छोड़कर कोई और दूसरा ठिकाना नहीं है।
रघुवंश बाबू ने कहा है कि जीतन राम मांझी अपने कार्यकर्ताओं को खुश करने के लिए बढ़-चढ़कर बयानबाजी कर रहे हैं। मांझी का मकसद बयानबाजी के जरिए महागठबंधन में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए ज्यादा सीटें हासिल करने का है।
रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि महागठबंधन का नेतृत्व आरजेडी करता रहेगा और जल्द ही आरजेडी के नेतृत्व में सरकार के खिलाफ संघर्ष का पूरा कार्यक्रम चलेगा। आरजेडी उपाध्यक्ष ने कहा है कि जीतन राम मांझी कहीं नहीं जाने वाले और संघर्ष का कार्यक्रम शुरू होने के साथ ही वह महागठबंधन के साथ खड़े होंगे।