PATNA : तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव को पत्र लिखने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह राज्यसभा जाना चाहते हैं। राज्यसभा के उन सीटों पर है जिस पर आरजेडी उम्मीदवारों को इस साल संसद पहुंचना है। स्टाल बिहार से राज्यसभा कोटे की कई सीटें खाली हो रही है जिनमें से 2 सीटों पर आरजेडी के उम्मीदवारों का संसद पहुंचना तय माना जा रहा है।
सियासी गलियारे में लगातार चर्चा है कि रघुवंश बाबू तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल खड़ा कर लालू यादव पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं। चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू यादव रघुवंश के दबाव में आ गए तो संभव है कि उन्हें राज्यसभा भेज दिया जाए। लालू यादव को पत्र लिखकर पार्टी की मौजूदा स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को हर हाल में बिहार का मुख्यमंत्री बना देखना चाहते हैं। साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं और उससे पहले राज्यसभा के। लालू यह कतई नहीं चाहेंगे कि रघुवर तेजस्वी की राह में रोड़ा अटकायें।
लालू यादव के साथ डेढ़ दशक तक के राजनीति करने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह और जगदानंद सिंह पार्टी के बड़े कद्दावर नेता हैं। जगदानंद सिंह फिलहाल पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं और तेजस्वी के साथ उनकी ट्यूनिंग भी बन गई है। लेकिन जगदानंद सिंह को मिले तरजीह से रघुवंश खफा हैं। लिहाजा उनकी नज़र राज्यसभा पर है लोकसभा चुनाव 2 लाख 34 हजार से ज्यादा वोटों से हार गए थे। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में एलजेपी उम्मीदवार रामा सिंह के हाथों उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। रघुवंश बाबू ने लगातार दो लोकसभा चुनावी में हार के बाद अब यह मान लिया है कि राज्यसभा जाने से ही उनकी राजनीति बची रह सकती है। देखना होगा कि तेजस्वी के विरोध के जरिए राज्यसभा जाने का रघुवंश बाबू का यह प्लान सफल हो पाता है या नहीं।