राधाचरण साह रेड मामले में IT का खुलासा : 200 बेनामी बैंकों से लेन-देन करते थे जेडीयू एमएलसी, होटल में लगाते थे बालू की काली कमाई

राधाचरण साह रेड मामले में IT का खुलासा : 200 बेनामी बैंकों से लेन-देन करते थे जेडीयू एमएलसी, होटल में लगाते थे बालू की काली कमाई

ARA : जेडीयू के विधान विधान पार्षद राधा चरण साह उर्फ सेठ जी के कई ठिकानों पर आयकर विभाग की तीन दिनों तक चली रेड में अब कई अहम खुलासे किये गए है। आयकर की टीम ने कुल 22 से अधिक ठिकानों पर आयकर छापेमारी पूरी हो गई है। इसके बाद आयकर की टीम ने बिहटा थाने में एफआईआर भी दर्ज करवायी है। 


मिली जानकारी के अनुसार राधाचरण साह उर्फ सेठ जी अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बालू का सिंडिकेट चलाते हैं। बालू घाट के ठेके दूसरे के नाम पर लेते हैं परंतु इसमें पैसे लगाने से लेकर इन घाटों का प्रबंधन तक का काम ये खुद करते हैं। आयकर विभाग की टीम को बालू घाटों से अवैध खनन तथा काली कमाई के सबूत भी मिले हैं। बताया जा रहा है कि, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की जांच में यह बात सामने आई है कि राधाचरण साह उर्फ सेठ जी बालू की कमाई को होटल में लगाते थे। आरा के रीगल होटल रीगल रिसोर्ट से लेकर मनाली के माईस्टिक ग्राउंड रिसोर्ट और हरिद्वार के होटल एवं रिसोर्ट तक में यह अपनी बालू की  काली कमाई को लगाते थे। इसके अलावा कई टेस्ट भी इन्होंने बना रखा था जिसके माध्यम से कई अस्पतालों और स्कूलों का संचालन किया जाता था अब इनकी जांच भी की जा रही है।


इसके आलावा राधाचरण साह उर्फ सेठ जी और इनके सहयोगी के 200 से अधिक बेनामी बैंक खातों का पता चला है। इन खातों का पूरा विवरण आयकर विभाग ने निकाल लिया है। इसमें अधिकांश खाते आरा की एसबीआई शाखा में हैं। ये खाते मजदूरों और अन्य गरीबों के नाम पर हैं। इनमें पटना के भी कुछ बैंकों के खाते हैं। बेनामी खातों की मदद से ही करोड़ों के अवैध लेन-देन किए गये हैं। कुछ रसूखदार समेत कई लोगों को पैसे ट्रांसफर किए गये हैं। करीब 225 करोड़ की कर चोरी सामने आ चुकी है। जांच के बाद इसमें बढ़ोतरी की संभावना है। टीम को फिलहाल  150 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के कागजात भी मिले हैं। इसमें होटल, जमीन-जायदाद, बैंक, शेयर, बीमा आदि में निवेश शामिल है। राज्य के बाहर नोएडा, गाजियाबाद, मनाली, हरिद्वार में जमीन-जायदाद में काफी निवेश है।


जानकारी के मुताबिक, राधाचरण और इनके सहयोगी लोगों को कैश में लोन देने का भी धंधा करते हैं। खासकर ये व्यापारियों को इस तरह से लोन देते थे। इसके बदले में मोटा ब्याज वसूलते थे। समय पर पैसे नहीं देने वालों की संपत्ति हड़प लेते थे। इनके पास से ऐसे कई दस्तावेज और संपत्ति के कागजात मिले हैं, जो किसी दूसरे के नाम पर हैं। जांच के बाद यह हकीकत सामने आयी। 


आरा में छापे एमएलसी राधाचरण से जुड़े आरा के हरखेन कुमार के धर्मशाला की खरीद-बिक्री को लेकर हरखेन कुमार एण्ड संस वस्त्रत्तलय में छापेमारी की गई। इस दौरान जमीन से जुड़े मामले की लेन-देन में पूछताछ कर जानकारी ली गई। वहीं रोहतास के डेहरी प्रखंड क्षेत्र की चकन्हा पंचायत की मुखिया पूनम देवी के आवास पर भी छापेमारी चली। मुखिया के परिवार के लोग उनके करीबी बताए जाते हैं।