MADHUBANI : घमंडिया गठबंधन वाला कितने सालों तक केंद्र में रहा लेकिन उसे राम मंदिर नहीं बना आज हम लोग राम मंदिर बना रहे हैं तो उनके पेट में दर्द हो रहा है। यह बात है बिहार दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कही है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि - बिहार में लालू और नीतीश की सरकार चल रही है। जिसमें लालू एक्टिव हो गए हैं, नीतीश इनएक्टिव हो गए हैं।
दरअसल, मधुबनी जिले के झंझारपुर में भाजपा की रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि- कांग्रेसियों ने और उसके गठबंधन वालों ने देश में इतने सालों तक शासन किया। लेकिन आज तक राम मंदिर नहीं बना और जब बन रहा है तो उनके पेट में दर्द हो रहा है। यूपीए सरकार में लालू यादव 10 साल तक केंद्र में रहे लेकिन बिहार को इस दौरान सिर्फ दो लाख करोड रुपए दिए गए। जबकि मोदी सरकार ने पिछले 9 सालों में 5 लाख करोड रुपए दिए हैं। यह लोग बस देश को लूटने वाले हैं।
अमित शाह ने कहा कि- मैं रोज बिहार के अखबार बारीकी से पढ़ रहा हूं। ये लोग फिर से जंगलराज ला रहे हैं। लालू जी एक्टिव हो गए...नीतीश जी डिएक्टिव हो गए। अब आप सोच सकते हैं, बिहार का क्या होने वाला है। बिहार में लालू और नीतीश की सरकार चल रही है। यहां गोलीबारी, लूट, अपहरण, पत्रकार-दलितों की हत्या के किस्से बढ़ रहे हैं। ये जो स्वार्थी गठबंधन बना है, वो बिहार को फिर से जंगलराज की दिशा में ले जाने वाला है।
इसके साथ ही अमित शाह ने कहा कि- बिहार में अब बड़े बदलाव की जरूरत है। यहां सरकार नहीं बल्कि सुशासन चाहिए, यहां गुंडाराज नहीं बल्कि जनताराज चाहिए। तीन दशक से ज्यादा समय में जिन लोगों की सत्ता में भागीदारी रही है, वो ईमानदारी से काम कर लेते तो आज हमारे बच्चों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
बिहार में जो महागठबंधन है वो सही मायने में ठगबंधन है। लालू यादव अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। नीतीश हर बार की तरह प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं। लेकिन नीतीश जी पीएम का कोई पद खाली नहीं है। मोदी फिर से वहां आने वाले हैं। ये बिहार को फिर से जंगलराज की ओर ले जा रहे हैं। ये UPA नाम के साथ नहीं आ सकते इसलिए इन्होंने INDIA गठबंधन नाम रखा। नाम कोई भी बदले यह वहीं लालू प्रसाद यादव हैं जिसने बिहार को सालों तक पीछे धकेलने का काम किया।
उधर, अमित शाह ने एम्स के मुद्दे को लेकर कहा कि- दरभंगा एम्स पर नीतीश बाबू बोलते रहते हैं बहुत कम प्रदेश हैं जहां पर दो एम्स दिए गए हैं। मोदी जी ने पटना में एम्स दिया। 2020 दिसंबर में दरभंगा में दूसरा एम्स दिया। नीतीश जी ने 81 एकड़ भूमि दे दी पहले मेडिकल कॉलेज में बाद में इसको वापस ले लिया। अगर नीतीश जी ने भूमि वापस ना ले ली होती तो आज यहां पर एम्स बन गया होता और यहां पर मरीजों का इलाज हो रहा होता!