PATNA: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए घर-घर पूजित अक्षत से निमंत्रण किया जा रहा है। घर-घर अक्षत बांटने का काम शुरू हो चुका है। 20 हजार कार्यकर्ता अक्षत वितरण अभियान में लगे हैं। वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को आमंत्रण नहीं भेजा गया है।
22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम लाल की प्राण प्रतिष्ठा में जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रभू श्रीराम का बुलावा आएगा तो जरूर जाएंगे। सनातन धर्म पर टिप्पणी करने वाले बिहार के शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर का सूर अचानक बदल गया है। मीडिया ने उनसे पूछा कि आपको आमंत्रण मिला है क्या? इस सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि मुझे आमंत्रण कौन देगा? भगवान राम का बुलावा आएगा तब हम जरूर अयोध्या जाएंगे।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आमंत्रण नहीं भेजा गया है। इस पर प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि जिन्होंने निमंत्रण नहीं दिया है यह सवाल उनसे पूछिये कि उन्होंने निमंत्रण क्यों नहीं दिया?
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आईएमए के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार को फोन पर गाली देने के मामले पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि केके पाठक क्या कर रहे हैं यह उनसे पूछिये ना...वो किनको गाली दे रहे हैं किनको नहीं दे रहे हैं यह वही बताएंगे। जहां तक केके पाठक के बदमिजाजी का सवाल है तो बिहार और देश की जनता इसका फैसला लेगी। गेस्ट टीचर को हटाने के फैसले पर कहा कि नियमित बहाली तक उनकी सेवा बरकरार रहेगी।