PATNA : राजधानी पटना से सटे इलाके दानापुर से बड़ी खबर निकल कर सामने आई है। यहां दानापुर प्रखंड कार्यालय परिसर में कटाव पीड़ित शरणार्थियों को हटाने पहुंची पुलिस बल पर पीड़ित परिवारों ने हमला बोल दिया। इनलोगों ने पुलिस पर जमकर रोड़बाजी की गई। जसिके बाद पुलिस को थोड़ी देर के लिए पीछे हटना पड़ा। इस बीच आक्रोशितों लोगों ने वहां बनी कई झोपड़ियों के साथ अतिक्रमण हटाने के लिए लाए गए जेसीबी में आग लगा दी। वही. इस घटना में रोड़ेबाजी के दौरान 5 से 6 गाड़ियो के शीशे टूट गए और करीब 8 से 10 पुलिस अधिकारी व जवान जख्मी हो गए।
मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को अतिरिक्त पुलिस के साथ एसडीओ प्रदीप कुमार सिंह द्वारा विस्थापित परिवारों को प्रखंड परिसर से हटाया जा रहा था। सैकड़ों पुलिस बल, बज्र वाहन,अग्निशमन दस्ता के साथ झोपड़ियों को हटाने की कार्रवाई शुरू की गई। दोपहर करीब डेढ़ बजे दक्षिण दिशा से उपद्रवियों ने अचानक पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। जिसके बाद पथराव से वहां मौजूद पुलिस टीम भाग खड़ी हुई। कई अधिकारी प्रखंड कार्यालय के अंदर जा छुपे।
वहीं, आक्रोशित लोगों ने अग्निशमन की दो गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। रोड़बाजी में दमकल के चालक संतोष कुमार, महिला सिपाही प्रतिमा कुमारी का सिर फट गया जबकि सिपाही गुलशन का पैर लहूलुहान हो गया। एक जेसीबी मशीन को भी आग के हवाले कर दिया। वहीं गैस सिलेंडर से हुए विस्फोट की आवाज से प्रखंड कार्यालय के खिड़की के शीशे चकनाचूर हो गये। झोपड़ियों में रखे सारे सामान जल गये।
उधर, अतिक्रमण हटाने का नेतृत्व कर रहे एसडीएम प्रदीप सिंह के आदेश पर कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया। वहीं जख्मी एएसआई लाल बाबू यादव, सिपाही अजीत कुमार, श्याम कुमार, गुलशन कुमार, प्रेम कुमार झा और विक्रम कुमार को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। हंगामे के बाद करीब शाम चार बजे दुबारा अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हुआ। एसडीएम के मुताबिक अतिक्रमण हटाने के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा पत्थरबाजी व झोपड़ियों में आग लगाई गई है। उन्हें चिन्हित किया जा रहा है। उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।