DESK: RJD के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का निधन हो गया है। आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के निधन की अधिकारिक पुष्टि हो गई है तिहाड़ जेल के डीजी ने उनके निधन की अधिकारिक पुष्टि की है। मो. शहाबुद्दीन कई आपराधिक मामलों को लेकर दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद थे और पिछले दिनों कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था।
तिहाड़ जेल के डीजी ने एक अधिकारिक मैसेज जारी करते हुए कहा कि दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय हॉस्पिटल की तरफ से पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के मौत की पुष्टि कर दी गई है। मोहम्मद शहाबुद्दीन कोरोना से संक्रमित थे और दिल्ली के इसी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
आज सुबह या खबर सामने आई थी कि मोहम्मद शहाबुद्दीन का निधन हो गया है लेकिन थोड़ी देर बाद तिहाड़ जेल के डीजी ने इसकी पुष्टि करने से इनकार कर दिया था जिसके बाद शहाबुद्दीन के निधन पर 6 घंटे तक सस्पेंस बना रहा लेकिन अब तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से अधिकारिक पुष्टि होने के बाद यह साफ हो गया है कि शहाबुद्दीन इस दुनिया में नहीं हैं।
विवादों में घिरे रहे बाहुबली शहाबुद्दीन की मौत भी विवादों के साथ हुई 6 घंटे तक के सोशल मीडिया से लेकर तमाम समाचार माध्यमों में यह खबर दौड़ती रही कि शहाबुद्दीन का निधन हो चुका है या फिर अभी वह जिंदा है परिवार की तरफ से इस मामले पर कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता और अन्य पार्टियों के नेताओं ने शहाबुद्दीन के निधन पर शोक जताया था और अब आधिकारिक पुष्टि होने के साथ यह साफ हो गया है कि शहाबुद्दीन अब इस दुनिया में नहीं हैं।
दरअसल तिहाड़ जेल प्रशासन को बिहार के बाहुबली और RJD के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के कोरोना संक्रमित होने का पता तब लगा जब 20 अप्रैल को उनकी हालत अचानक बिगड़ने लगी। जिसके बाद कोरोना की जांच कराई गई। रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही शहाबुद्दीन को तुरंत तिहाड़ जेल के चिकित्सकों की निगरानी में दे दिया गया।
मोहम्मद शहाबुद्दीन 90 के दशक में विधायक और सांसद रह चुके हैं। वे बिहार में बाहुबली के तौर पर जाने जाते थे। RJD प्रमुख लालू यादव के बेहद करीबी माने जाने वाले शहाबुद्दीन कई बार विवादों में रहे। उनके ऊपर सीवान में चंदा बाबू के बेटों की हत्या का आरोप लगा और मामले में कोर्ट ने सजा भी सुनाई। पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड में भी शहाबुद्दीन का नाम सामने आया। बाद में कोर्ट के निर्देश पर शाहबुद्दीन को तिहाड़ जेल भेजा गया।