PURNEA: पूर्णिया के 116 गांवों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन नोबा जीएसआर के तहत लगाये गये हैं। इस मशीन के लग जाने से मासिक धर्म से होने वाली बीमारियों से महिलाओं को छुटकारा मिलेगी। उनके लिए अब मासिक धर्म मुसीबत नहीं बनेगी।
नोबा जीएसआर के तहत चल रही 'संगिनी' मुहिम बिहार और झारखंड राज्य कि महिलाओं और लड़कियों को आसानी से उनके आंगन में सैनिटरी पैड उपलब्ध करा रही है जिसके दौरान अभी तक लाखों महिलाएं इस मुहिम का लाभ ले रही है।
बता दें कि NOBA GSR यानि ‘नेतरहाट पूर्ववर्ती छात्र संगठन ग्लोबल सोशल रेस्पोंसिबिलिटी’ ने साल के अंत तक 350 गांवो में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने का लक्ष्य रखा है, जिसमे अभी तक 185 गांवो में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लग चुका है, और लगातार यह मशीन लग रहा है।
वहीं नोबा प्रभारी रमेश चंद्र मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि पूर्णिया एवं कोसी डिवीजन में अभी तक 116 सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाया जा चुका है और इस सप्ताह के अंदर पूर्णिया एवं कोसी डिवीजन में 31 मशीन लगाया गया, आगे भी चिन्हित जगहों पर यह मशीन लगाया जा रहा है।
संगिनी मुहिम के तहत इस मशीन द्वारा महिलाओं को आसानी से उनके गांव में ही 1 रुपए में ही सैनिटरी पैड उपलब्ध हो रहा है ताकि मासिक धर्म से होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिल सकें, इसके साथ गांव, स्कूलों में मासिक धर्म के प्रति जागरूकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है जिससे पीरियड से होने वाली बीमारियां से बचाव हो सके।
NOBA GSR की 'संगिनी' मुहिम के बदौलत 185 गांवो के स्कूलों में सैनिटरी पैड वेंडिंग मशीन लगाने से स्कूलों में लड़कियों की उपस्थिति में वृद्धि हुई है जिन से पहले लड़कियों को पीरियड के समय स्कूल आ पाना मुश्किल था अब वह स्कूल में ही ₹2 में ही सैनिटरी पैड उपयोग कर प्रतिदिन स्कूल आना उनके लिए संभव हुआ है। वही मिश्रा ने बताया कि कई लोगों ने दान देकर इस मुहिम को सफल बनाया है इसके लिए सभी दाताओं का आभारी हूं। उन्होंने इस मुहिम के साथ जुड़ने और अपना सहयोग करने की अपील की।