पुल चोरी होने पर तेजस्वी का तंज.. BJP और नीतीश जी बिहार में सरकार चुरा सकते हैं तो पुल क्या है?

पुल चोरी होने पर तेजस्वी का तंज.. BJP और नीतीश जी बिहार में सरकार चुरा सकते हैं तो पुल क्या है?

PATNA : बिहार में अपराध पर लगाम नहीं लग रहा है. आपराधिक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार घिर रहे हैं. और अब बिहार में एक 45 साल पुराने पुल के चोरों होने का मामला भी राजनीतिक रंग ले रहा है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए बीजेपी और नीतीश कुमार पर तंज कसा है. तेजस्वी यादव ने चोरों को नीतीश कुमार से प्रेरित बताया. 


तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर लिखा है कि 45 वर्ष पुराने 500 टन लोहे के पुल को 17 वर्षों की भाजपा-नीतीश सरकार ने दिनदहाड़े लुटवा दिया. चोर गैस कटर, JCB व सैंकड़ों मजदूरों के साथ आए और पुल को उखाड़ ले गए. चोर जनादेश चोरी से बनी NDA सरकार से प्रेरित है, कह रहे जब BJP और नीतीश जी बिहार में सरकार चुरा सकते है तो पुल क्या है?




दरअसल, पूरा मामला रोहतास जिले का है. जहां बिक्रमगंज में शातिर चोरों करीब 60 फीट लंबे एक लोहे के पुल को ही चुरा लिया है, बताया जाता है कि शातिर चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे और जर्जर हो चुके पुल को गैस कटर और जेसीबी की मदद से टुकरों में काटकर उसे गाड़ियों पर लादा और चलते बने, जिस तरह से अपराधियों ने नहर पर बना पूरा पुल चुरा लिया उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं.


रोहतास जिला के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर में आरा कैनाल नहर पर सन 1972 के आसपास बनाए गए लोहे के पुल को चोरों ने दिनदहाड़े चुरा लिया. बताया जाता है कि विभागीय अधिकारी बन कर कुछ लोग जेसीबी, पिकअप वैन, गैस कटर तथा गाड़ियां लेकर पहुंचे और 3 दिनों में काटकर पूरा पुल ही गायब कर दिया. सबसे मजे की बात है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी होने का झांसा देकर चोरों ने स्थानीय विभागीय के कर्मियों की मदद भी ली और उनकी मौजूदगी में पूरा का पूरा पुल चुरा लिया.