PATNA: अपनी मांगों को लेकर PMCH की नर्सिंग छात्राओं ने गुरुवार को शव यात्रा निकाली और इस दौरान जमकर प्रदर्शन भी किया। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की शव यात्रा पीएमसीएच से निकाली गयी। कारगिल चौक पहुंचने पर छात्राओं ने पुतले को आग के हवाले कर दिया। अब तक मांगे पूरी नहीं होने से गुस्साईं छात्राओं ने कहा कि उनके साथ धोखा हुआ है इसलिए वे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का शव यात्रा निकाल रहे हैं। हमलोगों का एडमिशन पीएमसीएच में हुआ है जबकि ट्रेनिंग राजापाकर में कराया जा रहा है। हमलोग किसी भी हालत में राजापाकर नहीं जाएंगे।
छात्राएं इस बात को लेकर भी आक्रोशित थी कि मांगों को लेकर वे करीब 45 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। 23 मई से गर्दनीबाग में अनिश्चितकालीन धरना पर बैठे हैं। आज आंदोलन का 30वां दिन है। कई छात्राओं की तबीयत बिगड़ रही है। उनका इलाज हर दिन चल रहा है। स्लाइन लगाकर छात्राओं की जान किसी तरह से बचाई जा रही है। लेकिन अब तक जीएनएम छात्राओं की सुध लेने तक कोई नहीं पहुंचा है।
ना तो खुद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पहुंचे हैं और ना ही उनके विभाग के अधिकारी या पदाधिकारी ही छात्राओं को देखने पहुंचे है। उनके पास जीएमएम छात्राओं के लिए दो मिनट का समय भी नहीं है कि वे आकर छात्राओं से मिले। उन्हें छात्राओं की जान तक की फिक्र नहीं है। हमलोग ज्यादा कुछ नहीं मांग रहे है। जीएनएम छात्राओं की सिर्फ एक ही मांग है कि हमलोगों का नामांकन पीएमसीएच पटना में हुआ है तो छात्रावास भी पटना में ही दिया जाए।
छात्राओं ने कहा कि हमलोग राजापाकर नहीं जाएंगे। राजापाकर में आए दिन रेप और हत्या की घटनाएं होती रहती है वहां छात्राएं सुरक्षित नहीं है। इसलिए हमलोग सरकार से यही मांग कर रहे हैं कि हम सभी को पटना में ही रहने की इजाजत दे। यदि सरकार छात्रावास मुहैया नहीं कराने में सक्षम नहीं है तो हम सभी छात्राओं को पटना में ही रहने की इजाजत दे हमलोग खुद किराए पर कमरा लेकर रहेंगे और पठन पाठन एवं प्रशिक्षण पीएमसीएच में करेंगे। आंदोलन जीएनएम छात्राओं ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगे पूरी नहीं हुई तो राजभवन के सामने आत्मदाह करेंगे और मौत की सारी जवाबदेवी राज्य सरकार की होगी।