1st Bihar Published by: 9 Updated Sun, 07 Jul 2019 02:44:03 PM IST
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SITAMADHI: जिले में लाखों की लागत से निर्मित अस्पताल को लोगों ने गोबर का गोदाम बना दिया है. जहां लोगों का इलाज होना चाहिए वहां ग्रामीणों ने कब्जा कर घर में जानवरों का चारा रख दिया है. इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के पांच साल बीत जाने के बाद भी आज तक यह चालू नहीं हो पाया. सुशासन की मुंह चिढ़ाता अस्प्ताल ! नीतीश कुमार के सुशासन को मुंह चिढ़ाता यह अस्पताल है सीतामढ़ी के सोनबरसा प्रखंड का. जहां लाखों की लागत से बने इस अस्पताल को लोगों ने गोबार का गोदाम बना दिया है. कोई इसमें जानवरों को खिलाने के लिए भूसा रख रहा है तो किसी ने पूरी की पूरी फसल ही इसमें रख दिया है. अस्पताल या फिर गोबर का गोदाम ? जिस जगह लोगों का इलाज होना चाहिए उस जगह को लोगों ने इसे गोबर का गोदाम बना दिया है. जिस जगह पर डॉक्टरों और नर्सों को बैठना चाहिए उस जगह पर ग्रामीणों ने भूसा रख दिया है. नो कोई डॉक्टर है और न ही कोई नर्स. लाखों की लागत से बने इस अस्पताल पर अब ग्रामीणों का कब्जा है. न कोर्ई इलाज है, न कोई व्यवस्था बस है तो केवल जानवरों के लिए भूसा और और उनका चारा. लाखों की लागत से बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मामला जिले के भलुआहा पंचायत का है. अस्पताल का भवन खड़ा है. लोगों ने इस भवन की खिड़की,दरवाजे तक को उखाड़ लिया है और भवन का निजी इस्तेमाल कर रहे हैं. साल 2014 में ही कुल 21.50 लाख की लागत से इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण हुआ था. मकसद था लोगों को इलाज करना लेकिन निर्माण होने के पांच साल बाद भी इस स्वास्थ्य केंद्र में न तो डॉक्टर आए और न ही किसी मरीज का इलाज ही हुआ. सीतामढ़ी से सौरभ की रिपोर्ट