PATNA : पटना जिला प्रशासन ने विदेश दौरे से आए उन 940 लोगों की पहचान कर ली है जिनकी फिर से स्क्रीनिंग कराई जाएगी। पटना में 10 मार्च के बाद विदेश से 940 लोग पहुंचे। इनमें से कईयों की स्क्रीनिंग नहीं हुई। बिहार में कोरोना वायरस के कारण जिस एकमात्र शख्स की मौत हुई है वह कतर से आया था। मुंगेर से जुड़े इस मामले ने बिहार में कोरोना संक्रमण को तेजी के साथ बढ़ाया है जिसके बाद अब जिला प्रशासन विदेश से आने वालों की नए सिरे से स्क्रीनिंग कराएगा।
बिहार में विदेश से आने वाले ज्यादातर लोग अरब देशों से आए हैं। जिला प्रशासन ने इन लोगों की पहचान करने के बाद सैंपल लेने का सिलसिला शुरू कर दिया है। आज आरएमआरआई को इन सभी का सैंपल भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट आने के बाद यह साफ होगा कि कोरोना इनफेक्टेड कितने लोग विदेशों से बिहार पहुंचे। शनिवार को ही जिला प्रशासन की तरफ से विदेश से आए लोगों को उनके घरों में जाकर यह सूचना दे दी गई थी कि मेडिकल की टीमें उनका सैंपल लेने का काम शुरू करने वाली हैं।
पटना के डीएम कुमार रवि के मुताबिक जिन एनआरआई की पहचान की गई है उनमें सबसे ज्यादा लोग दीघा, फुलवारी, समनपुरा, सब्जीबाग, मुसल्लहपुर हाट, पटना सिटी और बाजार समिति जैसे इलाकों में रहने वाले हैं। जिला प्रशासन ने विदेश से आए इन लोगों को क्वॉरेंटाइन करने के लिए भी इंतजाम कर रखा है। पटना जिला प्रशासन की तरफ से चार क्वॉरेंटाइन सेंटर पहले ही चलाए जा रहे हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के मुताबिक एयरपोर्ट प्रशासन ने राज्य के बाहर से आने वाले जिन लोगों का डाटा कलेक्ट किया है उनमें 1790 लोग शामिल हैं। अब डॉक्टरों की टीम इन सभी लोगों के घरों में जाकर उनसे संपर्क करेगी और स्क्रीनिंग के बाद जिस किसी में भी कोई लक्षण पाया जाएगा उसका सैंपल लिया जाएगा। पटना सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी ने कहा है कि 15 मार्च के बाद आए लोगों की जांच जरूर की जाएगी।