पटना में गैस सिलेंडर बेचने सड़क पर उतरी महिलाएं, बोलीं- उज्ज्वला योजना में मिला था, अब 900 रुपये में खरीदने की औकात नहीं

पटना में गैस सिलेंडर बेचने सड़क पर उतरी महिलाएं, बोलीं- उज्ज्वला योजना में मिला था, अब 900 रुपये में खरीदने की औकात नहीं

PATNA : देश में एलपीजी गैस की कीमत लगातार बढ़ती ही जा रही है. रसोई गैस के दाम बढ़ने से परेशान महिलाएं राजधानी पटना में सड़कों पर उतरीं. महिलाओं ने रसाई गैस की बढ़ती कीमतों के विरोध का नया रूप अपनाया और वह उज्ज्वला योजना में मिला गैस सिलेंडर बेचने सड़क पर उतर गईं. महिलाओं ने कहा कि  उन्हें अब 900 रुपये में गैस सिलेंडर खरीदने का पैसा नहीं जुट रहा है.


शनिवार को पटना सिटी पटना सिटी के अशोक राज पथ पर कई महिलाएं रसोई गैस का सिलेंडर लेकर सड़क पर उतर आईं.उनका कहना है महंगी रसोई गैस का पैसा नहीं जुट रहा है. इसलिए वे अपने अपने गैस सिलेंडर को बेचने आई हैं. प्रदर्शन कर रही महिलाएं जो सिलेंडर लेकर आईं थीं, उसके ऊपर पोस्टर चिपका था, जिसेक ऊपर अलग-अलग नारे लिखे हुए थे. किसी पर लिखा था- उज्ज्वला योजना का सिलेंडर बिक्री का है, तो किसी पर लिखा था- गैस महंगी, सब्सिडी खत्म इसलिए सिलेंडर बेचने आए हम.


सड़क पर सिलेंडर के साथ प्रदर्शन के साथ कर रहीं नीलम देवी ने कहा कि हम यहां सिलेंडर बेचने आए हैं. इसलिए आए हैं कि हमसे 900 रुपए का गैस सिलेंडर नहीं खरीदा जाएगा. कोरोना महामारी के कारण सभी बाल-बच्चों का काम-धंधा छूट गया है. सभी लोग घर में बैठे हुए हैं. खाने के लाले पर गए हैं. इसलिए हम सिलेंडर बेचना चाहते हैं, जो पैसे मिलेंगे, उससे कम से कम कुछ दिन का तो गुजारा हो जाएगा. 


महिलाओं का कहना है कि कोरोना महामारी से लोग अभी उभरे ही नहीं हैं. पर से तीन बार घरेलू रसोई गैस के कीमतों में बढ़ोतरी कर दी गई है, जिसके कारण गरीबी रेखा से नीचे वाले लोग, जिन्हें सरकार ने सिलेंडर तो दिया है. वह अब महंगे सिलेंडर खरीदने की स्थिति में नहीं हैं. प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने केंद्र सरकार से कीमतों पर नियंत्रण रखने की मांग की और मूल्य वृद्धि को अविलंव वापस लेने की अपील की.


प्रदर्शन में शामिल एक महिला ने कहा कि 500 से बढ़ते-बढ़ते गैस का दाम 900 रुपया हो गया है. सरकार हर महीने चुपके से दाम बढ़ा देती है. इतना महंगा सिलेंडर हम कैसे खरीदें, कहां से पैसे लाएं. यहां जमा हुए सभी लोग गरीब हैं, अमीर लोगों को तो दाम बढ़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन हम गरीबों पर पड़ता है.