2 लाख से ज्यादा पटनावासियों पर कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा, राजधानी में कई इलाके अति संवेदनशील

2 लाख से ज्यादा पटनावासियों पर कोरोना का सबसे ज्यादा खतरा, राजधानी में कई इलाके अति संवेदनशील

PATNA : बिहार में कोरोना वायरस के भले ही अब तक 11 मामले सामने आए हों लेकिन राजधानी पटना में कोरोना का खतरा सबसे ज्यादा है। लगभग दो लाख से ज्यादा पटनावासी इस वक्त डेंजर जोन में है। पटना के अलग-अलग इलाकों में जिस तरह कोरोना वायरस के पॉजिटिव मामले सामने आए हैं उसके बाद जिला प्रशासन के होश उड़े हुए हैं। पटना में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए कई इलाकों को अति संवेदनशील माना जा रहा है। 


कोरोना वायरस के जो 11 पॉजिटिव के सामने आए हैं उनमें से 6 पटना जिले के ही निवासी हैं। पटना के बाईपास फुलवारी शरीफ और पटना सिटी इलाके में इस वक्त सबसे ज्यादा खतरा बताया जा रहा है जबकि दीघा की एक महिला को भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। प्रशासन फुलवारीशरीफ और पटना सिटी इलाके को अति संवेदनशील मान रहा है। पटना सिटी और फुलवारी के कुल 6 पंचायतों और वार्डों में रहने वाले लोगों को फिलहाल अधिकारियों की निगरानी में रखा जा रहा है। जिला प्रशासन ने इन इलाकों में लोगों को होम क्वारेंटाइन में रखा हुआ है और इसके लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है। जिला प्रशासन ने जिन इलाकों को अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा है उनमें फुलवारी के कोरिआवां, सोरमपुर, गोनपुरा, भूसौला, दानापुर, नोसहा और ढिबरा पंचायत शामिल हैं। इसी तरह पटना सिटी के वार्ड नंबर 83, 65, 66, 67, 68 और कंकड़बाग के वार्ड नंबर 44 को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। 


पटना के डीएम कुमार रवि ने कहा है कि जिन इलाकों में भी कोरोनावायरस के केस पॉजिटिव पाए गए हैं उन इलाकों को लेकर जिला प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है जिला प्रशासन की तरफ से वहां अधिकारियों और डॉक्टरों की टीम की तैनाती की गई है और लोगों को घर में रहने को भी कहा गया है शनिवार को 24 साल की जिस महिला को कोरोना पॉजिटिव पाया गया वह सनम अस्पताल की कर्मचारी है और पटना के गौरीचक की रहने वाली है जबकि दूसरी महिला मुंगेर के उरम्बा गांव की है।