PATNA : दूसरी लहर की वापसी ने पटना में कोरोना वायरस ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। शनिवार को पटना में 1431 नए मरीज मिले जिसके बाद हालात विस्फोटक हो गए हैं। राजधानी का शायद ही कोई ऐसा मोहल्ला बचा है जहां कोरोना के मरीज नहीं मिले हों। पटना में मिलने वाले कोरोना मरीजों में आम लोगों के साथ-साथ बड़ी तादाद में स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैं।
शनिवार को पटना में 11 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव मिले हैंम इनमें 2 डॉक्टर पटना एम्स के और 9 पीएमसीएच के हैं। जांच रिपोर्ट में सभी संक्रमित पाए गए हैं। इनके अलावा 44 स्वास्थ्यकर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं। इनमें नर्सिंग सहायक, पारा मेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय से लेकर लैब असिस्टेंट तक शामिल हैं। पटना के जिन इलाकों में शनिवार को सबसे ज्यादा नए मरीज मिले उनमें पाटलिपुत्र, कंकड़बाग, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड, राजीव नगर, आशियाना नगर और दानापुर का इलाका शामिल है। यहां बड़ी तादाद में कोरोना के नए संक्रमित मिल रहे हैं। ज्यादातर नए संक्रमित ऐसे हैं जो दूसरे के संपर्क में आने से पॉजिटिव हुए।
पटना की सिविल सर्जन डॉ विभा सिंह के मुताबिक मुंबई से आने वाली ट्रेनों में पिछले 2 दिनों के अंदर 40 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं। प्रवासियों के आने से कोरोना का स्प्रेड और तेज होने की आशंका है। पटना में माइक्रो कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 240 हो गई है। पटना सदर अनुमंडल में 142, बाढ़ अनुमंडल में 45, मसौढ़ी अनुमंडल में 25, दानापुर में 11 और पालीगंज अनुमंडल में 9 माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। डॉक्टरों की मानें तो होली के मौके पर बाहर से आने वाले लोगों के संपर्क में आने की वजह से कई लोगों को संक्रमण हुआ है।