PATNA : बिहार में सरकार नियोजित शिक्षकों पर बख्शने की मूड में नहीं है. इंटर की कॉपी की जांच में शामिल नहीं होने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई जारी है. अब तक सूबे के विभिन्न जिलों में एक हजार से अधिक शिक्षकों पर केस हो चुका है. शनिवार को पटना के 165 शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराइ गई है. इन शिक्षकों को सस्पेंड करने की भी सिफारिश की गई है.
शिक्षा विभाग ने बताया कि नियोजित शिक्षकों को निलंबन की कार्रवाई के लिए सभी नियोजन इकाई को पत्र लिखा जायेगा. पटना के 165 शिक्षकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराइ गई है. जिला शिक्षा पदाधिकारी ज्योति कुमार ने इससे पहले भी गुरुवार को मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं करने वाले 70 से अधिक शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज करायी थी. अब तक करीब 235 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है. मूल्यांकन केंद्र के संबंधित थानों में प्राथमिकी दर्ज कराइ गई है. निलंबन के लिए विभिन्न नियोजन इकाई को कार्रवाई के लिए कहा गया है.
पटना के डीईओ ज्योति कुमार ने बताया कि निलंबन करने की अनुशंसा नियोजन इकाई में मुख्य कार्यापालक अधिकारी, कार्यपालक अधिकारी सह सदस्य सचिव को पुन: पत्र लिखा जायेगा. पटना के मूल्यांकन केंद्र के लिए 1200 से अधिक शिक्षकों की जरूरत है. अभी तक 900 से अधिक शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य में योगदान दिया है. बाकी कॉपियों की जांच के लिए अतिथि शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है. वहीं दूसरी ओर विभाग ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा के मूल्यांकन कार्य में अतिथि शिक्षकों की सेवा लेने का निर्देश दिया.