पटना में कैसे कंट्रोल होगा क्राइम? 180 में से 100 CCTV कैमरे 7 महीने से हैं खराब

पटना में कैसे कंट्रोल होगा क्राइम? 180 में से 100 CCTV कैमरे 7 महीने से हैं खराब

PATNA: राजधानी पटना में आए दिन क्राइम की घटनाएं बढ़ती ही जा रही है. पुलिस-प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी आपराधिक घटनाएं रुकने को तैयार नहीं है. क्राइम कंट्रोल हो भी तो कैसे, पटना पुलिस की 'तीसरी आंख' ही खराब है. पटना के विभिन्न चौक-चौराहों पर लगे पटना पुलिस के 55 फीसदी से अधिक सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं

मेंटेनेंस के अभाव में बंद पड़े हैं CCTV कैमरे

पटना शहर में कुल 180 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे, लेकिन मेंटेनेंस के अभाव में करीब 100 कैमरे पिछले 7 महीनों से खराब पड़े हैं. सीसीटीवी खराब होने के कारण क्राइम कंट्रोल और अपराधियों की पहचान होने में काफी परेशानी हो रही है. बताया जा रहा है कि जिस कंपनी को सीसीटीवी मेंटेनेंस का जिम्मा दिया गया था, उसका कार्यकाल पूरा हो गया. बाद में उसके कॉन्ट्रैक्ट को नहीं बढ़ाया गया.


80 कैमरे भी सही से नहीं कर रहे काम

पटना पुलिस फिलहाल 80 कैमरों का ही इस्तेमाल कर क्राइम केस को सॉल्व कर रही है. लेकिन ये 80 कैमरे भी सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं. इसकी तस्वीरें काफी धुंधली हैं. वहीं इस मामले पर एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने कहा कि सीसीटीवी कैमरों को लेकर समीक्षा की जाएगी. कैमरे किस वजह से बंद पड़े हैं, उसकी पड़ताल की जाएगी और जल्द से जल्द उन्हें ठीक कर लिया जाएगा.


ट्रैफिक पुलिस के 106 में से 90 कैमरे खराब

इसके साथ ही पटना ट्रैफिक पुलिस के 106 में से 90 कैमरे खराब पड़े हैं. ऐसी स्थिति पिछले साल अक्टूबर महीने से ही है. अब सिर्फ एक दर्जन प्रमुख स्थानों पर ही ट्रैफिक पुलिस के कैमरे काम कर रहे हैं. कैमरे खराब होने की वजह से सिग्नल जंप करने और ट्रैफिक नियमों को तोड़ने वालों पर निगरानी नहीं हो पा रही है साथ ही ई-चालान भी नहीं कट पा रहा है.