पटना आने पर ही तेज कॉन्ट्रोवर्सी का अंत करेंगे लालू, तेजस्वी को राबड़ी आवास छोड़ने से रोकने का प्रयास

पटना आने पर ही तेज कॉन्ट्रोवर्सी का अंत करेंगे लालू, तेजस्वी को राबड़ी आवास छोड़ने से रोकने का प्रयास

PATNA : आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव आज दिल्ली एम्स से डिस्चार्ज होने वाले हैं। कल यानी बुधवार को ही यह खबर आ गई थी कि लालू को अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है। उम्मीद जताई जा रही है कि 30 अप्रैल को लालू यादव पटना आ सकते हैं और पटना पहुंचने के बाद ही वह परिवार में चल रहे तेज कॉन्ट्रोवर्सी को खत्म करेंगे। दरअसल, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की वजह से परिवार और पार्टी दोनों जगह पर बखेड़ा मचा हुआ है। ऐसे में लालू यादव चाहते हैं कि वह खुद इस मामले को सुलझाएं। लालू पहले भी ऐसी पहल कर चुके हैं हालांकि राबड़ी देवी का झुकाव अभी भी तेज प्रताप की तरफ से माना जा रहा है। लेकिन एक बात तय है कि लालू के पटना आने पर मौजूदा विवाद का कोई ठोस नतीजा निकलेगा। 


लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप के ऊपर अपनी ही पार्टी के पदाधिकारी को नंगा कर पीटने का आरोप लगा है। तेज प्रताप ने अपने ऊपर लगे आरोप का ठीकरा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एमएलसी सुनील कुमार सिंह और तेजस्वी यादव के सलाहकार संजय यादव के ऊपर फोड़ा है। तेज का आरोप है कि इन तीनों ने मिलकर उनके खिलाफ साजिश रची है। इस पूरे प्रकरण के बाद तेज प्रताप यादव अपना स्टैंड रोड आवास छोड़कर राबड़ी आवास में रहने के लिए पहुंच गए। तेज प्रताप की राबड़ी आवास में एंट्री हुई तो यह खबर सामने आई कि तेजस्वी यादव अपने पोलो रोड स्थित बंगले में शिफ्ट हो सकते हैं। तेजस्वी की तैयारी को लेकर लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी भी परेशान हैं। सूत्रों की माने तो तेजस्वी को सर्कुलर रोड आवास में रोकने के लिए हर संभव प्रयास लालू यादव और राबड़ी देवी की तरफ से किया जा रहा है। राबड़ी देवी नहीं चाहती हैं कि उनकी बहु राजश्री को लेकर तेजस्वी नए बंगले में शिफ्ट हों लेकिन तेज प्रताप के सर्कुलर रोड आवास में रहते तेजस्वी शायद असहज हैं। 


लालू यादव को डोरंडा ट्रेजरी से निकासी वाले मामले जमानत मिल चुकी है। अब दिल्ली एम्स से छुट्टी मिलने के बाद वह अपनी बेटी मीसा भारती के आवास पर जाएंगे और उसके बाद उनके पटना पहुंचते ही मौजूदा विवाद को सुलझाने की कोशिश शुरू होगी। देखना होगा लालू यादव इस बार तेज प्रताप को किस हद तक समझा पाते हैं और तेज अगर मान भी जाते हैं तो वह अपनी बात पर कितने दिनों तक कायम रहते हैं।