नई धारा की राजनीति पर आगे बढ़े तेजस्वी, परशुराम जयंती में होंगे शामिल

नई धारा की राजनीति पर आगे बढ़े तेजस्वी, परशुराम जयंती में होंगे शामिल

PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव बदलाव की राजनीति के साथ आगे बढ़ रहे हैं। तेजस्वी यादव बिहार में आरजेडी के लिए नई धारा की राजनीतिक राह tay करना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने ए टू जेड का फार्मूला दिया था। बोचहां विधानसभा उपचुनाव के बाद यह मिथक भी टूट गया कि भूमिहार जाति के वोटर आरजेडी के साथ नहीं जा सकते। आरजेडी के लिए भूमिहार वोट बैंक को लेकर तेजस्वी का यह लिटमस टेस्ट था और अब तेजस्वी भी इसके साथ आगे मजबूती दिखाना चाहते हैं।


शायद यही वजह है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव परशुराम जयंती समारोह में शामिल होने जा रहे हैं। दरअसल 3 मई को पटना में परशुराम जयंती समारोह का आयोजन बापू सभागार में किया जा रहा है। तेजस्वी यादव को इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए न्योता दिया गया है। भूमिहार ब्राह्मण एकता फाउंडेशन की तरफ से तेजस्वी यादव को आमंत्रण दिया गया है। आशुतोष कुमार ने मुलाकात कर उन्हें आमंत्रित किया है। तेजस्वी भी इस कार्यक्रम में जाने का मन बना चुके हैं।


सूत्रों की मानें तो 3 मई को बापू सभागार में होने वाले इस आयोजन में तेजस्वी शिरकत करेंगे। हालांकि 3 मई को ईद का त्योहार भी है लिहाजा तेजस्वी यादव की व्यस्तता है, ऐसे में संभव है कि तेजस्वी यादव परशुराम जयंती समारोह में थोड़ा कम वक्त दें लेकिन फर्स्ट बिहार को जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक के तेजस्वी परशुराम जयंती में शामिल होकर भूमिहार समाज को एक मैसेज देना चाहते हैं। तेजस्वी यादव ने विधान परिषद चुनाव में इस तबके से आने वाले नेताओं को उम्मीदवार बनाया था और बोचहां में जीत के बाद उन्होंने क्लियर मैसेज दिया कि आरजेडी केवल एमवाई नहीं बल्कि ए टू जेड की बात करती है और उसी तरह की राजनीति बिहार में करेगी। अगर तेजस्वी वाकई परशुराम जयंती समारोह में शामिल होते हैं तो आने वाले दिनों में बीजेपी और जेडीयू जैसी पार्टियों के लिए एक कड़ी चुनौती होगी।