PATNA: प्रश्न पत्र लीक होने के बाद 67वीं BPSC की PT परीक्षा को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा से पहले वायरल हुए प्रश्न पत्र की जांच के बाद आयोग ने यह फैसला लिया है। बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमिटी भी बना दी गई है। इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यदि कोई गड़बड़ करेगा तो उस पर कार्रवाई होगी। कोई गड़बड़ करना चाहेगा तब छोड़ा नहीं जाएगा। बिहार में फिर भी बहुत हद तक शांति का माहौल है। कही भी यदि कुछ होता है या क्राइम होता है तो एक्शन भी तुरंत होता है।
पटना में मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि परीक्षा से पहले कैसे प्रश्नपत्र लिक कर दिया। जब हमें जानकारी हुई तो आयोग के अधिकारियों से बातचीत के बाद तत्काल परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया।अब इस मामले की जांच होगी। कल शाम में ही हमने बातचीत कर तुरंत एक्शन लिया। जो आज तक हुआ नहीं वो कल हो गया। बीपीएससी के प्रश्नपत्रों को लिक करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा।
वही बीजेपी नेता धर्मेन्द्र प्रधान से पिछले दिनों हुई मुलाकात पर सीएम नीतीश ने कहा कि धर्मेन्द्र प्रधान जी से बहुत पुराना नाता रहा है। कोई बात हुई नहीं कोई चर्चा हुई नहीं लेकिन न्यूज छप गया। उनसे आज का नहीं बल्कि बहुत पुराना संबंध है। धर्मेन्द्र प्रधान एमपी ही रहे है राज्यसभा के सदस्य भी रहे हैं अपनी पार्टी के प्रभारी भी रहे हैं। उनकी इच्छा हुई मिलने की जिसके बाद हमलोगों की बातचीत हुई। शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी जी को भी हमने बुलाया फिर हमलोगों की बातचीत शुरू हुई। कोई ऐसी बात नहीं थी बातचीत निजी थी इसका दूसरा अर्थ निकालना उचित नहीं है।
वही जातीय जनगणना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सब पार्टी के लोगों के साथ बातचीत करके इसे कब से लागू करना है उसके बारे में निर्णय लिया जाएगा। कई राज्य में जातीय जनगणना पर काम हो रहा है। सीएम नीतीश ने कहा कि बिहार में जातीय जनगणना जब होगा तब पूरे तौर पर होगा अधूरा नहीं होगा। सरकार सभी लोगों का राय लेगी उसके बाद जातीय जनगणना पर काम किया जाएगा। एक बार मीटिंग करेंगे तब कई तरह का आईडिया आएगा। बीच में कोरोना का खतरा आ गया था इसलिए इस पर बातचीत नहीं हुई।