PATNA : बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद सोशल मीडिया पर लगातार एक के बाद एक राजनीतिक खबरें ट्रेंड कर रही है। सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ की वजह से आज पशुपति पारस की पार्टी संकट में खड़ी हुई। दरअसल कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने आज सुबह से यह दावा शुरू करना शुरू किया कि राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के सांसद टूट रहे हैं।
पशुपति कुमार पारस अपनी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री भी उनकी पार्टी के कुल 5 सांसद हैं। इनमें से तीन सांसदों के टूटने का दावा किया जाने लगा। कहा जाने लगा कि यह पाला बदलकर महागठबंधन के साथ आ रहे हैं। इसमें कुछ सांसदों की नज़दीकियां महागठबंधन के नेताओं के साथ हैं।
लेकिन तीन सांसदों के पाला बदल की खबर सही निकलती तो उनके ऊपर दल बदल कानून के तहत हो सकता था। किसी भी दल में टूट के लिए दो तिहाई सदस्यों का आना जरूरी है। इस लिहाज से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के 5 में से 4 सदस्य भी टूट हो सकती थी।
फर्स्ट बिहार ने इस बाबत आपकों खबर बताई लेकिन अब पशुपति कुमार पारस और उनके पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सूरजभान सिंह के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस पासवान भी सामने आए हैं। इन तीनों ने टूट की खबरों को सिरे से खारिज किया है। तीनों नेताओं ने कहा है कि उनकी पार्टी एकजुट है।
पशुपति ने कहा कि हमारा एक परिवार,एक पार्टी और एक सिद्धांत है और एक देश हैं। वहीं सूरजभान सिंह ने कहा कि हम तो दूसरा पार्टी आज तक नहीं जाने। एकता में शक्ति तो होता ही है ना। वहीं प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज ने कहा कि जिस तरह से देश एक है उस तरह से पार्टी भी एक है। इस तरह का दुष्प्रचार नहीं फैलाया जाना चाहिए।