पकड़ा गया बिहार का वीआईपी ट्रेन चोर: एसी फर्स्ट और सेकेंड क्लास में महिलाओं को बनाता था शिकार, तरीका जानकर हैरान रह जायेंगे आप

पकड़ा गया बिहार का वीआईपी ट्रेन चोर: एसी फर्स्ट और सेकेंड क्लास में महिलाओं को बनाता था शिकार, तरीका जानकर हैरान रह जायेंगे आप

DESK: बिहार का वह शातिर चोर आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया है जो वीआईपी तरीके से ट्रेन में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहा था. ये शातिर चोर सिर्फ ट्रेन के एसी फर्स्ट या सेकेंड क्लास में अपना शिकार तलाशता था. पुलिस कह रही है कि वह सैकडों लोगों को अपना शिकार बना चुका है, जिनमें ज्यादातर महिलायें हैं. उसके पास से चोरी का सामान भी बरामद हुआ है.


बिहार के आरा का रहने वाला ये शातिर दिल्ली-यूपी से बिहार की ओर आने वाली ट्रेनों में चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की जीआरपी ने इस चोर को धर दबोचा. पुलिस ने बताया कि वह एसी फर्स्ट या सेकेंड क्लास में सफर करता था. मौका मिलते ही वह हाथ साफ कर निकल जाता था.


जीआरपी ने इस शातिर के पास से करीब पांच लाख रुपये की ज्वेलरी और दो स्मार्ट फोन बरामद किया है. गहने और मोबाइल दोनों चोरी के हैं.  सबसे ज्यादा व्यस्त रेलवे स्टेशनों में शामिल पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की जीआरपी को बार-बार चोरी की खबर मिल रही थी. पुलिस इस बात से ज्यादा परेशान थी कि चोर सिर्फ फर्स्ट और सेकंड एसी क्लास में यात्रा करने वाले यात्रियों को अपना निशाना बना रहा था. ट्रेन में इन्हीं दो क्लास में समृद्ध लोग यात्रा करते हैं.


चोरी की कई घटनाओं की खबर मिलने के बाद पुलिस ने इस शातिर चोर को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था. आखिरकार जीआरपी ने बिहार के भोजपुर जिले के रहने वाले रामेश्वर को धर दबोचा. रेल पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो चोरी की कई वारदातों की गुत्थी सुलझ गयी. रामेश्वर ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने चोरी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था. जीआरपी की टीम ने इस चोर की निशानदेही पर करीब पांच लाख रुपये कीमत के गहने और 2 महंगा स्मार्टफोन बरामद किया. रामेश्वर ने बताया कि गहनों और मोबाइल को उसने फरक्का एक्सप्रेस के एसी टू के यात्रियों से उड़ाया था.


ट्रेन का टिकट कटाकर बढ़िया कपड़े पहन कर आता था

रामेश्वर नाम के इस चोर के चोरी का अंदाज अलग था. वह वीआईपी तरीके से घटना को अंजाम देता था. रामेश्वर ने पुलिस को बताया कि वह ट्रेन के फर्स्ट एसी या सेकंड एसी में लंबी दूरी का अपना टिकट बुक करता था. उसके बाद अच्छे कपडे पहन बैग के साथ ट्रेन में सवार हो जाता था. उसे देख कर किसी को अंदाजा नहीं हो सकता था कि वह चोर है. रामेश्वर ज्यादातर रात की ट्रेन में अपना टिकट बुक कराता था. ट्रेन में रात में जब पैसेंजर खाना खा कर सो जाते थे तो यह चुपके से उठता था. उसके निशाने पर ज्यादातर महिलायें होती थीं. वह महिलाओं का पर्स और उनका मोबाइल फोन लेकर आराम से किसी स्टेशन पर उतर जाता था. बार-बार सफर करने के कारण उसे पता होता था कि ट्रेन किस स्टेशन पर कब रूकेगी.


जीआरपी ने बताया कि रामेश्वर ने कई घटनाओं को अंजाम दिया है. बहुत सारे मामलों में चोरी के शिकार बने लोगों ने एफआईआर नहीं दर्ज कराया लेकिन फिर भी रामेश्वर के खिलाफ एक दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जीआरपी के थानेदार सुरेश कुमार सिंह ने मीडिया को बताया कि रामेश्वर से पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. वह एसी बोगी में चोरी करता था. सफर के दौरान ही वह पर्स, मोबाइल और ज्वेलरी चोरी कर उतर जाता था.