पैसे लेकर बाइक छोड़ना पड़ गया महंगा, अब कभी पहन नहीं पाएंगा पुलिस की वर्दी, थानेदार को भी शॉकोज

पैसे लेकर बाइक छोड़ना पड़ गया महंगा, अब कभी पहन नहीं पाएंगा पुलिस की वर्दी, थानेदार को भी शॉकोज

SAMASTIPUR: समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर एक युवक से पैसे लेकर बाइक छोड़ने वाले पुलिसकर्मी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो के वायरल होन के बाद रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने इस मामले पर संज्ञान लिया है। उन्होंने रेलवे पुलिस उपाधीक्षक को मामले की जांच के आदेश दिये। जांच के बाद मुजफ्फरपुर एसपी ने घूस लेने वाले पुलिस कर्मी पर कार्रवाई की है।  अब आरोपी पुलिसकर्मी कभी पुलिस की वर्दी नहीं पहन पाएगा। एसपी ने कहा कि भ्रष्ट आचरण वाले किसी भी पुलिसकर्मी और पुलिस अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। इन लोगों के कारण पुलिस की छवि धूमिल होती है। समाज के बीच गलत मैसेज जाता है। ऐसी हरकतों के कारण लोग पुलिस को हमेशा गलत समझते हैं। अब जो भी पुलिस वाले ऐसा करेंगे उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होगी। 


जिसके बाद समस्तीपुर रेल थाने के थानाध्यक्ष और अन्य पुलिस पदाधिकारियों से पूछताछ की गयी। तब यह जानकारी मिली कि जिल पुलिस कर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है वो गृह रक्षक नंदकिशोर राय हैं। मामला मई महीने की ही है। समस्तीपुर रेल के सर्कुलेटिंग एरिया में वो तैनात था। इसी दौरान किसी व्यक्ति से उसका बाइक छोड़ने के एवज में नंदकिशोर राय ने पैसे लिये थे। पैसे लेने का वीडियों इस वक्त किसी ने अपने मोबाइल से बना लिया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। 


वायरल वीडियो के बारे में जब गृह रक्षक नंदकिशोर राय से पूछा गया तो उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वायरल वीडियो में बाइक सवार से पैसे हम ही लिये थे। हमसे गलती हो गयी है। जिसके बाद रेल पुलिस उपाधीक्षक मुजफ्फरपुर ने जांच प्रतिवेदन में यह लिखा कि वायरल वीडियो में दिख रहा सिपाही रेल थाना समस्तीपुर में तैनात गृह रक्षक नंदकिशोर राय ही है। जिसकी पुष्टि उसने खुद की है। ड्यूटी के दौरान अवैध रूप से उगाही करना संदिग्ध आचरण का परिचायक है। इस आचरण से आम जनता के बीच पुलिस की छवि धूमिल हुई है। डीएसपी के रिपोर्ट के बाद मुजफ्फरपुर रेल एसपी डॉ.कुमार आशीष ने कार्रवाई करते हुए तत्काल प्रभाव से अनुबंध रद्द कर आजीवन पुलिस की ड्यूटी से वंचित करने की प्रक्रिया पूरी कर दी है। इसे लेकर रेल थानाध्यक्ष समस्तीपुर से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। 


संतोषजनक जवाब नहीं मिलने को लेकर थानाध्यक्ष पर भी कार्रवाई की जाएगी। रेल एसपी ने बताया कि वायरल वीडियो की जांच कराई गई जिसमें यह साफ हो गया कि वायरल वीडियो में दिख रहा पुलिसकर्मी नंदकिशोर राय गृह रक्षक ही है जो समस्तीपुर रेल थाना में  प्रतिनियुक्त हैं। आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। जिसके बाद इनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की गई है। एसपी ने कहा कि भ्रष्ट आचरण वाले किसी भी पुलिसकर्मी और पुलिस अधिकारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। इन लोगों के कारण पुलिस की छवि धूमिल होती है। समाज के बीच गलत मैसेज जाता है। ऐसी हरकतों के कारण लोग पुलिस को हमेशा गलत समझते हैं। अब जो भी पुलिस वाले ऐसा करेंगे उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई होगी।