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DARBHANGA: बिहार के पूर्व मंत्री व विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के सुप्रीमो सन ऑफ मल्लाह मुकेश सहनी दरभंगा दौरे पर हैं। अंटौर बेनीपुर स्थित संत अभिराम दास सद्गुरु आश्रम में आयोजित श्री श्री 1008 शिव-शक्ति महायज्ञ में शामिल होने पहुंचे। इस दौरान मुकेश सहनी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी से पहले जो राजा के घर में जन्म लेता था उसी को राजा बनाया जाता था। आजादी से पहले दलितों के साथ लोग बहुत ही गलत व्यवहार करते थे। दलितों के हाथ का छुआ हुआ पानी लोग नहीं पीते थे।
दलित समाज के किसी भी व्यक्ति को घर में नहीं ठहरने नहीं देता था। लेकिन इस कुरितियों को खत्म करने का काम आजादी के बाद एक दलित के बेटे ने ही किया। जिनका नाम है बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर। बाबा साहेब ने देश के संविधान को लिखा। लोगों को वोट देने का अधिकार दिया। इतना ताकत दिया कि प्रधानमंत्री को भी वोट के माध्यम से अब बदल सकते हैं। अपने मताधिकार के महत्व को भी लोग समझ गये है।
मुकेश सहनी ने कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री हमने ही बनाया था। एक निषाद मल्लाह और मुसहर का बेटा यदि समर्थन नहीं देता तो नीतीश कुमार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठते। भले 4 विधायक थे लेकिन 74 विधायकों से कम नहीं थे। हम यदि समर्थन देते तो ही सरकार चलता। समर्थन नहीं देते तो सरकार बनती ही नहीं।
मुकेश सहनी ने आगे कहा कि 24 साल से वे संघर्ष कर रहे हैं। घर परिवार को छोड़कर वे अपनी जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए मुंबई चले गये थे और आज मुंबई में घर परिवार बच्चे को छोड़कर बिहार में हैं। यहां लोगों को जागरुक करने आए हैं। यह बताने आए है कि आप भी इस देश का शासन बन सकते हैं। आपके पास भी 15 प्रतिशत वोट है और अपने वोट की ताकत जान और समझ लीजिएगा तब देश के पीएम और सीएम को भी आपके सामने झूकना पड़ेगा।
मुकेश सहनी कहते हैं कि बंगाल और दिल्ली में निषाद को आरक्षण मिल रहा है लेकिन बिहार में नहीं दिया जा रहा है। सरकार से यही मांग करते हैं कि बिहार में भी निषाद आरक्षण दिया जाएगा। जब देश का प्रधानमंत्री एक है और संविधान एक है। तो फिर हमारे साथ भेदभाव क्यों किया जा रहा है।
मुकेश सहनी ने कहा कि जब मेरी पार्टी में 4 विधायक थे तब सरकार को घुमाते थे जो कहते थे वो सरकार को मानना पड़ता था। कल यदि 10 सांसद हो गया तो दिल्ली में हमारा चलेगा। याद कीजिए रामविलास पासवान जी ने एक ही लोकसभा सीट को लेकर अटल जी सरकार को गिरा दी थी। जब हमारा भी दस सांसद होंगे तब हम कहेंगे कि आप हमारा काम कीजिए तब ही प्रधानमंत्री रहने देंगे। नहीं तो सरकार को बदल कर रख देंगे।
आगे वे कहते हैं कि ऐसा नहीं है कि हमें ऑफर नहीं मिला। हम जब बिहार में मंत्री बने तो लालू जी की तरफ से ऑफर आता था कि आप डिप्टी सीएम बन जाइए चारों विधायक को मंत्री बना लीजिए हमारे साथ आकर सरकार बनाईए। लेकिन हमने कभी समझौता नहीं किया। हमलोग इमानदार हैं। एकलव्य, अमर शहीद जुब्बा सहनी और फुलन देवी के वंशज हैं। हम कभी किसी के साथ गद्दारी नहीं करते। हम कभी किसी के पीठ में खंजर नहीं भोंकते। हम सामने से वार करते हैं चाहे दुनियां का कोई भी ताकत क्यों ना हो। मुकेश सहनी ने कहा कि कल तक हम जीरों थे जीरो से हीरो बने हैं। चार विधायक बना कर सरकार को मुट्ठी में रखता था फिर चालीस बना लेंगे। संघर्ष करने से हम पीछे नहीं हटेंगे।