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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Wed, 20 Nov 2024 12:26:19 PM IST
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MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के सदर अस्पताल में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है।यहां एक 12 साल की बच्ची के पेट में दर्द की शिकायत पर ऑपरेशन किया गया लेकिन ऑपरेशन के बाद पता चला कि बच्ची को कोई बिमारी ही नहीं था। अब स्वजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इसके बाद इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक सदर अस्पताल में इलाज कराने आई बच्ची का ऑपरेशन के नाम पर पेट चीर दिया गया। करीब डेढ़ घंटे तक वह बेसुध पड़ी रही। उसके बाद बच्ची के घरवालों ने ऑपरेशन में विलंब होने का कारण पूछा तो सर्जन डॉ. अब्दुल कादिर ने कहा अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया गया। उसे अपेंडिक्स नहीं मिला। स्वजन शंकर राय ने पूछा बिना अपेंडिक्स बच्ची का पेट क्यों चीर दिया? तो उनका जवाब था कि अल्ट्रसाउंड के आधार पर ऑपरेशन किया गया है।
इसके बाद डेढ़ घंटे तक बच्ची ऑपरेशन थियेटर में छटपटाती रही। इस पर स्वजन आक्रोशित हो गए तो बच्ची के पेट की सिलाई कर ट्रॉली मैन से सर्जरी वार्ड में भेज दिया गया। उसको बेड ऐसी जगह दिया गया, जहां बगल में कचरे का डिब्बा रखा था। यही नहीं, दोपहर दो बजे के बाद कोई चिकित्सक झांकने तक नहीं आया। ऑपरेशन के बाद चिकित्सक वहां से निकल गए।
बताया जा रहा है कि कांटी मानपुरा निवासी प्राची कुमारी (12) के पेट में दर्द होने पर स्वजन सदर अस्पताल उसे लेकर आए थे। डॉक्टर ने अपेंडिक्स होने की बात कही और अल्ट्रासाउंड कराने का सुझाव दिया। मां सुमित्रा ने बताया वह पहली बार 28 अक्टूबर को बेटी को लेकर आई थीं। सदर अस्पताल में रेडियोलाजी विभाग में अल्ट्रासाउंड कराया। ऑपरेशन से पहले खून व अन्य जांच कराई गई। पेट चीरने के बाद डॉक्टर ने कहा सॉरी अपेंडिक्स नहीं मिला। इसके बाद मरीज को वार्ड में भेज दिया गया। स्वजन शिकायत लेकर सिविल सर्जन डा.अजय कुमार के पास गए। उन्होंने कहा अधीक्षक से जाकर मिल लीजिए। लिखित शिकायत करिए। वह प्रबंधक से पूरी रिपोर्ट लेंगे। आखिर यह चूक कैसे हुई।
इधर, आपरेशन करने वाले सर्जन डॉ. अब्दुल कादिर ने कहा कि पेट दर्द की शिकायत लेकर बच्ची आई थी। जांच व अल्ट्रासाउंड में अपेंडिक्स की बात सामने आई। जांच के आधार पर बच्ची का ऑपरेशन किया गया। कभी-कभी ऐसा होता है कि अपेंडिक्स नहीं मिलता। प्राची के मामले में भी ऐसा हुआ। ऑपरेशन में सभी प्रोटोकाल का पालन किया गया। बच्ची जल्द रिकवरी हो जाएगी। वह मरीज पर नजर रखे हैं।